हरियाणा सरकार ने राजस्व दिवस पर भूमि पंजीकरण को आसान बनाने के लिए कई ऑनलाइन सुविधाएं शुरू की हैं।
जागरण संवाददाता, नारनौल। राजस्व दिवस पर हरियाणा के लोगों को बड़ी खुशखबरी मिली। भूमि पंजीकरण पहले से कहीं अधिक आसान और परेशानी मुक्त हो गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को कुरुक्षेत्र के बाबैन में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पेपरलेस संपत्ति पंजीकरण, पेपरलेस सीमांकन, व्हाट्सएप चैटबॉट और राजस्व न्यायालय निगरानी प्रणाली जैसी नई सुविधाओं का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
लघु सचिवालय में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में पूर्व मंत्री एवं नारनौल विधायक ओम प्रकाश यादव और महेंद्रगढ़ विधायक कंवर सिंह यादव मौजूद रहे। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार भी मौजूद रहे।
यादव ने नागरिकों को इस ऐतिहासिक दिन की बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार डिजिटल हरियाणा पहल के तहत सेवाओं को ऑनलाइन करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब नागरिकों को भूमि पंजीकरण के लिए बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और न ही ढेर सारे दस्तावेजों की चिंता करनी पड़ेगी। सब कुछ डिजिटल होगा।
महेंद्रगढ़ विधायक कंवर सिंह यादव ने कहा कि यह केवल तकनीकी बदलाव नहीं, बल्कि पारदर्शिता का एक नया अध्याय है। उन्होंने कहा कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इसी सेवा भावना से प्रदेशवासियों की सेवा में जुटे हैं।Kartik 2025 hindu festiv, Kartik 2025 festival, Kartik 2025 hindu festival list, Kartik 2025 hindu festival dates, Kartik 2025 festival shubh muhurat, Dussehra date, chhath date
इस संबंध में, उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि पहले अधूरे कागजी कार्रवाई के कारण भूमि पंजीकरण अक्सर रुक जाते थे, जिससे जनता को काफी असुविधा होती थी। अब यह समस्या भी दूर हो जाएगी। नई प्रणाली भूमि पंजीकरण को पूरी तरह से बदल देगी, जिससे यह जनता के लिए और भी आसान और विश्वसनीय हो जाएगा।
हरियाणा सरकार की यह पहल राज्य को और अधिक आधुनिक और डिजिटल बनाने की दिशा में एक बड़ा और सशक्त कदम है। इस अवसर पर एसडीएम नारनौल अनिरुद्ध यादव, सीटीएम डॉ. मंगलसेन, नगर परिषद अध्यक्ष कमलेश सैनी, जिला राजस्व अधिकारी राकेश कुमार, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा, जेपी सैनी और सुरेश चौधरी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जानें अब कैसे होगा भूमि पंजीकरण
- कागजों की जरूरत नहीं: अब सब कुछ ऑनलाइन होगा। आपको कोई भी दस्तावेज़ साथ लेकर चलने की ज़रूरत नहीं होगी।
- घर बैठे अपॉइंटमेंट: आप अपनी सुविधानुसार घर बैठे ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। इससे लाइनों में लगने का झंझट खत्म हो जाएगा।
- एक बार का दौरा: रजिस्ट्री के लिए आपको केवल एक बार कार्यालय जाना होगा; बाकी काम ऑनलाइन होगा। इससे आपका समय बचेगा।
- प्रश्न पूछना भी हुआ आसान: रजिस्ट्री से संबंधित कोई भी प्रश्न होने पर, एक नया “चैटबॉट“ (ऑनलाइन चैट सॉफ़्टवेयर) लॉन्च किया गया है, जो तुरंत उत्तर देगा।
- सारी जानकारी आपके मोबाइल पर: AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) की मदद से, आपको रजिस्ट्री से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी सीधे आपके व्हाट्सएप या डाक द्वारा प्राप्त होगी।
निशानदेही होगी आसान
भूमि सीमांकन में होने वाली देरी और विवादों को समाप्त करने के लिए, प्रक्रिया को मानकीकृत और डिजिटल किया जाएगा। इससे तहसीलदारों, कानूनगो और पटवारियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित होगी। अब, निशानदेही के लिए भी ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
राजस्व न्यायालय मामला प्रबंधन प्रणाली शुरू
लंबित विवादों के समाधान के लिए एक पायलट प्रणाली शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य दाखिल-खारिज, बंटवारा और सीमा संबंधी मामलों के शीघ्र समाधान के लिए है। यह प्रणाली अब नागरिकों को सभी सूचनाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराएगी।
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