पिता के मौत एक्सीडेंट में दिखाकर, 39 करोड़ के बीमा क्लेम को तैयार कराए फर्जी कागजात।
जागरण संवाददाता, हापुड़। एक्सीडेंटल बीमा क्लेम का एक अजीब मामला सामने आया है। मेरठ का एक युवक अपने परिवार के लोगों के मोटी धनराशि के बीमा कराता रहा। उनकी संदिग्ध हालात में मौत होती गईं। उसके बाद बीमा क्लेम की धनराशि को हड़पता रहा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पिता की मौत के बाद 15 लाख सालाना आय वाले फोटो ग्राफर के बेटे ने 39 करोड़ का बीमा क्लेम किया तो कंपनी में हड़कंप मच गया। जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपित युवक विशाल और फर्जीवाड़ा में उसका साथ देने वाले सतीश को गिरफ्तार कर लिया।
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के प्रतिनिधि संजय कुमार ने मेरठ के गंगानगर के रहने वाले बीमाधारक फोटोग्राफर मुकेश सिंघल के बेटे विशाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। संजय कुमार ने पुलिस को बताया कि मृतक मुकेश सिंघल निवा बूपा के साथ-साथ टाटा एआइजी, मैक्स लाइफ, टाटा एआइए, आदित्य बिरला, बजाज एलियांज, एचडीएफसी एर्गो, मैक्स लाइफ समेत विभिन्न कंपनियों में बीमा पालिसी धारक थे।
मृतक की घोषित सालाना आय 12–15 लाख रुपये थी, जबकि कुल बीमा क्लेम करीब 39 करोड़ रुपये का हैं। पालिसी में उनके उत्तराधिकारी बेटे विशाल कुमार ने बीमा कंपनी में क्लेम किया था। जिसमें बताया गया कि 27 मार्च 2024 को दोपहर में उसके पिता मुकेश सिंघल गढ़ गंगा से लौट रहे थे।
उनको सड़क दुर्घटना के बाद अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। नवजीवन अस्पताल के मेडिकल रिकार्ड के मुताबिक दुर्घटना रात को हुई थी। उसके बाद में मौत मेरठ के आनंद अस्पताल में दर्शाई गई। तथ्यों में विरोधाभाष होने पर कंपनी को शक हुआ और जांच आरंभ कराई गई।hapur-city-general,asdf,Hapur underpass construction,railway underpass project,132KV power line obstacle,Hapur infrastructure development,railway construction delays,Panchsheel Colony Hapur,Meerut Road Hapur,High Court case underpass,electricity department estimate,LC-41 railway crossing,Uttar Pradesh news
जांच में सामने आया कि विशाल द्वारा सड़क दुर्घटना की बताई गई चोट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दिखाई गई चोट भी मेल नहीं खा रही है। बीमा क्लेम की इतनी बड़ी राशि, घोषित आय में बड़ा अंतर, हत्या की साजिश और फर्जी कागजात से धोखाधड़ी का संकेत मिल रहा है।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने पूछताछ शुरू की। आरोपित विशाल ने बताया कि अब तक कुछ कंपनियों से एक करोड़ रुपये का क्लेम प्राप्त कर चुका है। वह पहले परिवार के लोगों का बीमा कराना, उनकी संदिग्ध हालत में मौत हो जाती। उक्त मौत को हादसा दिखाकर क्लेम करता और बीमा की धनराशि को प्राप्त कर लेता।
पुलिस को संदेह, परिवार के लोगों की करता रहा हत्या
कोतवाली निरीक्षक देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि आरोपित विशाल ने अपनी मां प्रभा देवी की मौत 21 जून 2017 को पिलखुवा में सड़क दुर्घटना हुई दिखाई थी। उस समय प्रभा अपने बेटे विशाल के साथ बाइक पर थी। एक अज्ञात वाहन की टक्कर के बाद सरस्वती मेडिकल कालेज में प्रभा को भर्ती कराना दिखाया गया। जहां पर मां की मौत के बाद विशाल ने बीमा कंपनी में क्लेम किया। उसको बीमा कंपनी से करीब 80 लाख रुपये प्राप्त हुए थे। प्रभा की मौत के मामले में बीमा कंपनी ने साजिश का आरोप लगाया है।
पत्नी की मौत भी हो सकती है हत्या
विशाल की पत्नी की भी मौत हो चुकी है। पत्नी की मौत के बाद विशाल को करीब 30 लाख रुपये की बीमा धनराशि मिली थी। पत्नी की मौत के बाद से आरोपित विशाल पर इस प्रकार की साजिश रचने के आरोप लग रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि पत्नी की मौत से कुछ साल पहले बीमा कराया गया था। ऐसे में आशंका है कि उसने पत्नी की हत्या करके हादसे का रूप दिया और बीमा क्लेम प्राप्त कर लिया। अब पुलिस गहनता से मामले की जांच करेगी।
देवेंद्र कुमार बिष्ठ ने बताया कि मामले में मेरठ के गंगानगर के रहने वाले विशाल और उसके दोस्त मोहनपुरी के रहने वाले सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
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