दिल्ली रोड स्थित डोमिनोज पिज्जा सेंटर पर लगी आग को बुझाते दमकलकर्मी। जागरण
जागरण संवाददाता, सहारनपुर : गर्मी से राहत के लिए घरों में लगाए जा रहे एसी में गैस लीक हादसे का कारण भी बन सकती है। एसी में कूलेंट के तौर पर प्रयुक्त होने वाली आर-32 गैस यानि डाइफ्लोरो मीथेन ज्वलनशील होती है। हालांकि थोड़ी सावधानी बरतकर हादसे से बचा जा सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चावला इलेक्ट्रानिक्स के करन चावला बताते हैं कि एसी में एयर कंडिशनिंग के लिए प्रयुक्त की जा रही डाइ फ्लोरो मीथेन गैस बिजली की खपत कम करती है तथा वातावरण के लिए अनुकूलित है। हालांकि यह ज्वलनशील भी है।
ऐसे में गैस लीक होने पर इंस्टालेशन के दौरान या स्पार्किंग होने से हादसा हो सकता है। इससे बचाव के लिए घर में एसी लगवाने से पहले वायरिंग ठीक करा लेनी चाहिए ताकि स्पार्किंग न हो। इंस्टालेशन भी निजी मैकेनिक से कराने के बजाय कंपनी की टेक्नीकल टीम से ही कराना चाहिए। सस्ते के चक्कर में बिना बिल वाला डिफेक्टिव एसी कतई न खरीदें।
तीन महीने पहले अंबेहटा में भी धमाके के साथ एसी फटा, बाल बाल बचे बच्चेMahesh Manjrekar, Mahesh Manjrekar first wife, Mahesh Manjrekar wife dies, Deepa Mehta, Deepa Mehta dies, Deepa Mehta passes away, Deepa Mehta died, Mahesh Manjrekar news, actor Mahesh Manjrekar, Mahesh Manjrekar wife, Mahesh Manjrekar son, महेश मांजरेकर, महेश मांजरेकर वाइफ, दीपा मेहता, दीपा मेहता निधन
बीती 18 जून को अंबेहटा के मुहल्ला खाकरोबान में धमाके के साथ इनडोर एसी फट गया था। हादसे में दो बच्चे बाल-बाल बचे थे, जबकि घर का सारा सामान जलकर राख हो गया था। यूको बैंक में कार्यरत कर्मचारी पदम कुमार तीन दिन पहले ही सहारनपुर स्थित शोरूम से नया एसी खरीदकर ले गए थे। 18 जून की सुबह करीब 9:30 बजे उनके दोनों पुत्र 10 वर्षीय निहाल व 12 वर्षीय अंश ने एसी आन किया। इसी बीच किसी के बुलाने पर दोनों बच्चों को बाहर निकल आए। उनके निकलते ही एसी धमाके के साथ फट गया और घर में आग लग गई।
तेज धमाके व आग की ऊंची लपटें देखकर घर में हाहाकार मच गया। दूसरी मंजिल पर रहे रहे परिवार के अन्य लोगों ने जैसे-तैसे जान बचाई थी। भयंकर आग को देखकर पड़ोसियों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक बेड, अलमारी , कपड़े व कमरे में रखा सामान जलकर राख हो गया था।
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