घोड़ों की बिक्री पर भी देना होगा टैक्स। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान का पुष्कर मेला जीवित पशुओं के व्यापार के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। अब राजस्थान के प्रसिद्ध पुष्कर मेले में घोड़ों की बिक्री से संबंधित कर अनुपालन पर नजर रखने के लिए जीएसटी अधिकारियों की एक टीम पहुंची है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दरअसल, ये पहली बार है जब जीवित पशुओं के व्यापार के लिए प्रसिद्ध इस मेले में पहली बार घोड़ों की बिक्री पर जीएसटी लागू हो रहा है। बता दें कि अन्य पशुओं की बिक्री पर कोई जीएसटी नहीं है, लेकिन जीवित घोड़ों की बिक्री पर 40 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगेगा।
पुष्कर मेले में पहुंची यह टीम राज्य पशु चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर काम कर रही है। यह टीम मेले में बेचे जाने वाले हर एक घोड़े की बिक्री प्रमाणपत्र और स्थानांतरण परमिट प्रदान करेगा।
इस संबंध में अजमेर के सर्किल ऑफिसर एचके कविया ने बताया कि अन्य पशुओं की बिक्री पर कोई जीएसटी नहीं है, लेकिन जीवित घोड़ों की बिक्री पर 40 लाख रुपये से अधिक की लेनदेन पर पांच प्रतिशत का जीएसटी लगता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी घोड़े की बिक्री 40 लाख रुपये से कम है, तो व्यापारी स्वेच्छा से जीएसटी का भुगतान करने की पेशकश भी कर सकता है।
पुष्कर मेले में कई जानवर बने आकर्षण के केंद्र
गौरतलब है कि इस विश्व प्रसिद्ध मेले में ऊंट, भैंस और अन्य जानवर मुख्य आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दावा किया कि है कि इस मेले में कुछ घोड़े करोड़ों रुपये में बिके हैं।
चंडीगढ़ के एक घोड़े शाहबाज की बिक्री कीमत 15 करोड़ रुपये बताई जा रही थी। उस घोड़े के मालिक गैरी गिल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था कि उनके पास घोड़े के लिए 9 करोड़ रुपये की बोली थी। बादल की कीमत 15 लाख रुपये, शहजादी की 51 लाख रुपये और नगीना की 1 करोड़ रुपये थी।
अधिकारियों ने तथ्यों को बताया भ्रामक
पशुओं की बिक्री को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम दावे किए जा रहे हैं। इस दावों को पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक आलोक खरे ने भ्रामक करार दिया है। उन्होंने कहा कि ये कीमतें भ्रामक हैं और अब तक कोई भी घोड़ा 1 करोड़ रुपये में भी नहीं बिका है। घोड़ों की अधिकतम बिक्री 2-10 लाख रुपये के बीच रही है। खरे ने कहा कि मेले में 4,500 से ज्यादा घोड़े हैं, लेकिन कोई भी 40 लाख रुपये से ज़्यादा में नहीं बिका है। |