यूएस में हुए सर्वे में टैरिफ पर लोगों ने अपनी राय रखी है।
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से पूरी दुनिया परेशान है, और अब अमेरिकी नागरिक भी इसका दर्द झेल रहे हैं। दरअसल, यूएस में हुए सर्वे (Survey on Trump Tariff) में पता चला है कि टैरिफ के चलते देश में महंगाई बढ़ी है। ऐसे में टैरिफ से अमेरिका को महान और ज्यादा धनवान बनाने का दांव उल्टा पड़ गया है। खाने की टेबल से लेकर यूटिलिटी बिल पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ का जबरस्त असर पड़ रहा है। एबीसी न्यूज/वाशिंगटन पोस्ट/इप्सोस के एक नए सर्वेक्षण में पाया गया है कि अब अमेरिकियों का एक बड़ा हिस्सा यह मानता है कि टैरिफ के कारण जीवन अधिक महंगा हो रहा है, दस में से 7 लोगों ने बताया कि वे पिछले वर्ष की तुलना में इस साल किराने के सामान पर उन्हें अधिक पैसा खर्च करना पड़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस सर्वे में 10 में से छह लोगों ने कहा कि उनके बिजली-पानी के बिल बढ़ गए हैं, जबकि दस में से 4 लोगों ने स्वास्थ्य सेवा, आवास और ईंधन की बढ़ती लागत की बात कही।
राजनीतिक दलों ने भी मानी सच्चाई
अमेरिका में पब्लिक के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी टैरिफ से महंगाई बढ़ने की बात मानी है। 89 प्रतिशत डेमोक्रेट, 73 प्रतिशत इंडिपेंडेंट और यहाँ तक कि 52 प्रतिशत रिपब्लिकन लीडर ने भी कहा कि किराने के सामान की कीमतें बढ़ गई हैं। एबीसी ने आगे बताया कि महिलाओं को जीवन-यापन की बढ़ती लागत का पुरुषों की तुलना में ज़्यादा असर महसूस हो रहा है।
ये निष्कर्ष ऐसे समय में सामने आए हैं जब भारत समेत विदेशी वस्तुओं पर ट्रंप की भारी आयात शुल्क नीति, जनता की बढ़ती आलोचना के बाद, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में समीक्षाधीन है। लगभग 65 प्रतिशत अमेरिकी अब इस टैरिफ नीति से असहमत हैं और उनका कहना है कि इससे मुद्रास्फीति बढ़ी है और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचा है।
भारत पर थोपा 50% टैरिफ
ट्रम्प प्रशासन ने कई देशों पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया है, जिनमें अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार भारत भी शामिल है। ट्रम्प ने पहले भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया, और अगस्त 2025 में अतिरिक्त 25 प्रतिशत सेकेंडरी टैरिफ लगाया, जिससे भारतीय वस्तुओं पर कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया। ट्रम्प ने भारत पर रूस से तेल खरीदी को लेकर सेकेंडरी टैरिफ लगाया। ट्रम्प ने दावा किया कि यह कदम \“मास्को की युद्ध मशीन को ईंधन दे रहा है।\“
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ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के अनुसार, मई और सितंबर 2025 के बीच अमेरिका को भारत का निर्यात 37.5 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 8.8 अरब डॉलर से घटकर 5.5 अरब डॉलर रह गया, जो हाल के दिनों में सबसे बड़ी अल्पकालिक गिरावटों में से एक है। |