आज दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में हल्की बारिश होने की संभावना (फोटो- एएनआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर भारत में अब सर्दियों ने दस्तक दे दी है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण मैदानी राज्यों में भी ठंड एकाएक बढ़ सकती है। मौसम विभाग ने आज दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, जम्मू कश्मीर में तो बर्फबारी हो रही है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में हल्की बरसात के साथ बर्फबारी होने का अनुमान है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
12 राज्यों में भीषण बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 12 राज्यों में भीषण बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभागके मुताबिक गुजरात, मराठवाड़ा और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में 5 नवंबर तक आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश का अलर्ट है। आज पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में कई जगहों पर बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, उत्तराखंड और हिमाचल के ऊपरी इलाकों में आज बर्फबारी होगी।
आज गुजरात और महाराष्ट्र में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस लिस्ट में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा का नाम शामिल है। वहीं, आज गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में आंधी-तूफान आने की संभावना है।
यूपी में छाए रहेगे बादल
यूपी में मंगलवार को सुबह से हल्की बारिश हो रही थी लेकिन शाम तक मौसम साफ हो गया था। वहीं, अब कई जिलों में सुबह कोहरा और धुंध रहने के साथ मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 8 नवंबर तक यूपी में आसमान साफ रहेगा। राज्य में अगले एक हफ्ते तक बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि, इस बीच पहाड़ों पर खराब मौसम के कारण मैदानी क्षेत्रों में तापमान तेजी से लुढ़क सकता है।
वैश्विक तापमान में हो सकती है 2.3-2.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि: यूएनईपी
दुनिया वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के अपने मुख्य जलवायु परिवर्तन लक्ष्य को पूरा करने में विफल रही है। यूएनईपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर दुनिया के विभिन्न देश अपने राष्ट्रीय जलवायु संकल्पों को पूरी तरह से लागू करने में सफल रहे तो इस सदी में वैश्विक तापमान में 2.3 से 2.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। यह पिछले वर्ष के 2.6-2.8 डिग्री सेल्सियस के अनुमान से थोड़ा कम है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया अभी भी तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के पेरिस समझौते के लक्ष्य को प्राप्त करने से \“\“दूर\“\“ है। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अगले दशक में वैश्विकबहु-दशकीय तापमान औसत 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है। |