पिज्जा खरीदने के लिए पहली बार इस्तेमाल हुआ था Bitcoin, 10000 बिटकॉइन में मिला था दो पीस; आज 1 की कीमत ₹1 करोड़
नई दिल्ली। Bitcoin Pizza Story: बिटकॉइन का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह दुनिया की पहली डिजिटल करेंसी है और इस समय बिटकॉइन के पास दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी होने का गौरव भी प्राप्त है। अस्तित्व में आने के बाद इस डिजिटल करेंसी में बहुत बड़ा परिवर्तन लाया है। आज इसे खरीदना सबके बस की बात नहीं है। एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये के आसपास है। अब आप सोच सकते हैं कि इसकी डिमांड औ वैल्यू किस हिसाब से बढ़ रही है। लेकिन जब इस क्रिप्टोकरेंसी ने मानव सभ्यता में प्रवेश किया था तब इसका रेट कौड़ियों में था। बिटकॉइन से पिज्जा के लिए पहली बार पेमेंट कई गई थी और इसके लिए शख्स ने 10000 बिटकॉइन दिए थे। आज इसकी कीमत 10 हजार करोड़ रुपये (Bitcoin Price) होती है। यह जानने के बाद आपके दिमाग में कई तरह के सवाल उठे होंगे। पहला सवाल तो आया होगा कि आखिर किसने दो पिज्जा के लिए इतनी बड़ी रकम दी और कब दी? आपके इन्हीं सवालों का जवाब आज हम इस लेख में देंगे और बिटकॉइ के इतिहास के कुछ अनछुए किस्सों से आपको रूबरू करवाएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
History Of Bitcoin । बिटकॉइन का इतिहास
बिटकॉइन (BTC) पहली डिजिटल करेंसी थी और आज भी यह सबसे कीमती और सबसे अधिक पहचानी जाने वाली डिजिटल एसेट है। 40 से ज्यादा सालों से मौजूद बिटकॉइन 2009 में असलियत बना, और तब से इसका सफर उतार-चढ़ाव भरा और क्रांतिकारी रहा है। 1983: अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर डेविड चाम, जिन्हें “क्रिप्टोकरेंसी का गॉडफादर“ कहा जाता है, ने eCash का प्रस्ताव रखा, जो गुमनाम इलेक्ट्रॉनिक पैसे का विचार था। उन्होंने 1989 में Digicash लॉन्च किया, लेकिन यह बड़े पैमाने पर सफल नहीं हो पाया।
यानी क्रिप्टोकरेंसी नाम की चीज के बीच 1989 में ही बो दिए गए थे और फिर आता है साल 2008। कहा जाता है कि इसी साल सातोशी नाकामोटो नाम के शख्स या इस नाम के ग्रुप ने पहली बार बिटकॉइन जैसी चीज दुनिया को दी। इन्होंने Bitcoin: A Peer-to-Peer Electronic Cash System पब्लिश किया। और इसके बाद साल 2009 में .यह लॉन्च हुआ।
बिटकॉइन ने दुनिया को डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी से परिचित कराया। उसी साल, न्यू लिबर्टी स्टैंडर्ड ने शुरुआती एक्सचेंज रेट तय किया, जो एक अहम पड़ाव था जिसने क्रिप्टोकरेंसी को एक थ्योरेटिकल कॉन्सेप्ट से एक ट्रेडेबल एसेट में बदल दिया
2010 में बिटकॉइन से हुई पिज्जा की खरीदारी
2009 में, बिटकॉइन एक क्रांतिकारी डिजिटल करेंसी के रूप में फाइनेंशियल दुनिया में आया। बिटकॉइन के लिए पहली असली एक्सचेंज रेट अक्टूबर 2009 में तय की गई थी, जो ठीक 1 USD के लिए 1,309 BTC थी। मार्च 2010 में, पहला क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, BitcoinMarket.com लॉन्च किया गया।
यह आइडिया एक शुरुआती बिटकॉइन उत्साही, “dwdollar“ (निकनेम) का था, जिसने इसे Bitcointalk पर प्रपोज किया था, जो एक ऐसा फोरम था जहाँ सातोशी नाकामोटो भी पोस्ट करते थे। इस एक्सचेंज ने बिटकॉइन को ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म PayPal के जरिए अमेरिकी डॉलर में ट्रेड करने की सुविधा दी। BitcoinMarket का बनना बिटकॉइन के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पल था, क्योंकि इसने इसकी कीमत को ट्रैक करने और मार्केट में लिक्विडिटी बनाने का एक भरोसेमंद और लगातार तरीका दिया। जहाँ BitcoinMarket ने भविष्य के एक्सचेंजों के लिए नींव रखी, वहीं इसे कई बड़ी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा जो आज भी मॉडर्न एक्सचेंज झेल रहे हैं। आखिरकार, यह प्लेटफॉर्म 2011 के बीच में बंद हो गया क्योंकि BitcoinMarket और PayPal के बीच सहयोग खत्म हो गया था, जो बिटकॉइन खरीदने के लिए पेमेंट का काम करता था।
उसी फोरम पर जहाँ “dwdollar“ ने अपनी पोस्ट शेयर की थी, लास्जलो हैनीज ने एक काफी अजीब अनाउंसमेंट किया। उन्होंने कहा- मैं दो पिज्जा के लिए 10,000 बिटकॉइन दूंगा, ताकि मेरे पास अगले दिन के लिए कुछ बच जाए। मुझे बाद में खाने के लिए बचा हुआ पिज्जा पसंद है। आप पिज्जा खुद बना सकते हैं और मेरे घर ला सकते हैं या मेरे लिए किसी डिलीवरी वाली जगह से ऑर्डर कर सकते हैं, लेकिन मेरा मकसद यह है कि मुझे बिटकॉइन के बदले खाना डिलीवर हो जाए जहां मुझे खुद ऑर्डर या तैयार न करना पड़े, जैसा कि होटल में \“ब्रेकफास्ट प्लैटर\“ ऑर्डर करने जैसा होता है, वे बस आपको खाने के लिए कुछ लाते हैं और आप खुश हो जाते हैं!“
उन्होंने आगे लिखा- “मुझे प्याज, शिमला मिर्च, सॉसेज, मशरूम, टमाटर, पेपरोनी, वगैरह जैसी चीजें पसंद हैं। बस स्टैंडर्ड चीजें, कोई अजीब मछली वाली टॉपिंग या ऐसा कुछ नहीं। मुझे रेगुलर चीज पिज्जा भी पसंद हैं जो बनाने या खरीदने में सस्ते हो सकते हैं। अगर आप इंटरेस्टेड हैं तो कृपया मुझे बताएं और हम कोई डील कर सकते हैं।“
फोरम पर अनाउंसमेंट के बाद, लास्जलो ने कुछ दिन इंतजार किया, जिसके बाद जेरेमी स्टर्डिवेंट नाम के एक व्यक्ति ने यह ऑफर स्वीकार कर लिया। लास्जलो और स्टर्डिवेंट के बीच हुआ बिटकॉइन पिज्जा ट्रांजैक्शन आज भी देखा जा सकता है। यह ब्लॉकचेन की वजह से है कि हर ट्रांजैक्शन हमेशा के लिए रिकॉर्ड हो जाता है, और कन्फर्मेशन के बाद इसे बदला या कैंसिल नहीं किया जा सकता। बाद में, जेरेमी ने पापा जॉन्स से दो पिज्जा ऑर्डर किए, जो फिर लास्जलो को डिलीवर किए गए।
और इस तरह 2010 पहला असली बिटकॉइन ट्रांजैक्शन 22 मई, 2010 को हुआ, जिसे अब बिटकॉइन के शौकीन लोग बिटकॉइन पिज़्ज़ा डे के रूप में मनाते हैं।
2010 में बिटकॉइन से पिज्जा खरीदने के बाद 2011 में भागी कीमत
2010 में 10 हजार बिटकॉइन के बदले 2 पिज्जा खरीदे गए। इसके बाद 2011 में बिटकॉइन ने $1 का आंकड़ा पार किया, जिससे सट्टेबाजों और निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी। इसने पहले बड़े प्राइसिंग बबल और उसके बाद क्रैश का भी रास्ता बनाया। हालांकि इन दोनों घटनाओं ने बिटकॉइन की कहानी को नाटकीय रूप से बदल दिया, लेकिन इसने इसकी मजबूत प्रतिष्ठा की नींव भी रखी। और साल 2013 में फोर्ब्स ने बिटकॉइन को साल का सबसे अच्छा निवेश बताया।
फोर्ब्स को देखते हुए 2014 में ब्लूमबर्ग ने कहानी को बदलते हुए बिटकॉइन को साल का सबसे खराब निवेश घोषित किया। इसके बाद 2020 में PayPal ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए अपने सपोर्ट की घोषणा की, जिससे लाखों और यूजर्स के लिए बिटकॉइन खुल गया। 2021 में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने ProShares Bitcoin Strategy (टिकर: BITO) को मंजूरी दी, जो पहला U.S. बिटकॉइन फ्यूचर्स एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) था।
ब्लॉकचेन सिस्टम है क्रिप्टोकरेंसी की रीढ़ की हड्डी
एक नकली नाम से लिखते हुए, बिटकॉइन के रहस्यमयी क्रिएटर, सतोशी नाकामोटो ने 2008 के एक व्हाइट पेपर में ब्लॉकचेन सिस्टम पेश किया था। ब्लॉकचेन, जो क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की रीढ़ है, ट्रांजैक्शन का एक डिसेंट्रलाइज्ड लेजर है जो कंप्यूटर सिस्टम के एक नेटवर्क में कॉपी और डिस्ट्रीब्यूट होता है, जिससे सिक्योरिटी, ट्रांसपेरेंसी और बिना किसी बदलाव के काम करने की गारंटी मिलती है। यह वह क्रांतिकारी सिस्टम है जो क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का आधार है और इंटरनेट एक्सेस वाले किसी भी व्यक्ति को बैंकों, फाइनेंशियल फर्मों और सरकार से आज़ाद होकर फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन करने की सुविधा देता है। नाकामोटो ने 3 जनवरी, 2009 को बिटकॉइन को ऑफिशियली लॉन्च किया, जब उन्होंने पहला बिटकॉइन ब्लॉक माइन किया, जिसे जेनेसिस ब्लॉक या ब्लॉक 0 के नाम से जाना जाता है। नाकामोटो की असली पहचान की कभी पुष्टि नहीं हुई है।
आज कितनी है एक बिटकॉइन की कीमत?
आज यानी 4 नवंबर 2025 को इस खबर को लिखते समय बिटकॉइन का मार्केट कैप $2.08T है। रुपये में यह वैल्यू 239 लाख करोड़ रुपये है। एक बिटकॉइन की वैल्यू $105.55K है। भारतीय रुपये में यह करीब 92 लाख रुपये है। यानी उस समय 10000 बिटकॉइन जिसके पास होते आज उसकी कीमत 10 हजार करोड़ रुपये हो जाती।
डिस्क्लेमर: क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में दी गई जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। कहीं भी निवेश करने से पहले अपने आर्थिक सलाहकार से सलाह अवश्य लें। |