बरेली में उपद्रवियों को हटाने के लिए पहुंची पुलिस टीम।
जागरण संवाददाता, बरेली। मौलाना के आवाह्न पर उपद्रवियों की हिम्मत इनती बढ़ गई थी कि उन्होंने पुलिस पर फायरिंग करने में भी डर नहीं लगा। लाठीचार्ज के बीच उन्होंने ताबड़ताेड़ पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की जिसमें कई लोगों को छर्रे लगे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने घटना स्थल से कई लोगों अवैध असलाह के साथ ही दगे हुए कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस अब उन लोगों की पहचान में जुटी है जिन्होंने यह फायरिंग की थी। डीआईजी का कहना हैं कि जितने भी लोगों को छर्रे लगे हैं सभी का उपचार किया जा रहा है।
पूरे घटनाक्रम में 10 से अधिक पुलिसकर्मी घायल, कई लोगों को लगे छर्रे
पुलिस के अनुसार उपद्रवियों ने कोई एक जगह नहीं बल्कि दो-तीन जगहों पर अवैध असलहों से फायरिंग की थी। अभी तक पुलिस अभी तक करीब छह से सात दगे हुए कारतूस के अलावा कई अवैध असलहे भी बरामद कर चुकी है।
आइ ट्रिपल सी के कैमरों से अब यह देखा जा रहा है कि भीड़ में वो कौन उपद्रवी थे जो यह असलाह लेकर आए थे। फायरिंग से एक बात तो तय हो गई कि उपद्रवी सिर्फ और सिर्फ दंगे के मकसद से ही आए थे। क्योंकि अगर इन्हें शांति पूर्ण तरीके से सिर्फ ज्ञापन सौंपना होता तो यह फायरिंग नहीं करते।Toyota Bharat, Toyota Mid Size SUV, Toyota Urban Cruiser Hyryder, Down payment, EMI, on road price, car buying tips, interest rate, automobile news,
बाहर के लोगों को भी बुलाया गया
पुलिस को आशंका है कि जिस तरह से हर बवाल में बाहर के लोगों को बुलाकर दंगा कराया जाता है। इस बवाल में भी बाहर के लोगों ही यहां पर बुलाया गया होगा। अभी तक बरेली में जितने भी दंगे हुए हैं उनमें बरेली के लोगों के साथ ही साथ बहार के आपराधिक किस्म के लोगों का भी हाथ निकला है। इसलिए पुलिस अपने क्रिमनल डाटा बेस भी सभी की पहचान कर रही है।
200 मीटर दायरे में फैली चप्पल
लाठी चार्ज के बाद जब लोगों भागे तो किसी की चप्पल छूटी तो किसी का गमछा गिरा। कुछ लोगों के तो कपड़े भी फटे। घटना स्थल से जब सभी लोग अपने-अपने घरों को दौड़ गए तो वहां पर 200 मीटर के दायरे में सिर्फ चप्पलें और फटे हुए कपड़े ही पड़े दिखाई दे रही थीं। यही हाल अन्य उन स्थलों का भी था जहां-जहां लाठी चार्ज की गई। हर जगह पर पड़े पत्थर यह भी यह बता रहे थे कि पुलिस पर काफी पथराव हुआ।
पुलिस करती रही गश्त
लाठी चार्ज के बाद भी पुलिस ने घटना स्थल को खाली नहीं छोड़ा वहां पर पहले तो अधिकारियों ने स्वयं गश्त की और इसके बाद फोर्स को तैनात कर दिया गया। जिससे वहां पर और उपद्रवी न आ सकें।
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