ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। धनतेरस और दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है। इस दौरान देशभर में लोग अपनी पसंदीदा नई बाइक खरीदने की तैयारी कर रहे हैं। इस फेस्टिव सीजन में दोपहिया निर्माता कंपनी कई बेहतरीन डिस्काउंट और ऑफर दे रही है। हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि केवल डिस्काउंट ऑफर देखकर बाइक लेना समझदारी नही है, डिलीवरी लेने से पहले आपको एक सही PDI यानी प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन करना जरूरी है। इससे आप किसी भी डिफेक्ट या गलती से बच सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी बाइक बिल्कुल सही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
नई बाइक की डिलीवरी से पहले किए जाने वाले PDI चेक  
चेकपॉइंट 
  PDI चेक लिस्ट  
    
    
   1. बॉडी चेक  
   स्क्रैच, डेंट या ढीले पार्ट न हों; नंबर प्लेट सही लगी हो।  
    
    
   2. व्हील व सस्पेंशन  
   रिम्स क्रैक-फ्री हों, टायर प्रेशर सही हो, लीक न हो।  
    
    
   3. फ्लुइड लेवल  
   इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लुइड, कूलेंट सही लेवल पर हों; लीक न हो।  
    
    
   4. अलाइनमेंट  
   हैंडलबार, सीट, फुटपैग सही पोजिशन में हों।  
    
    
   5. डॉक्यूमेंट्स  
   इंजन-चेसिस नंबर डॉक्यूमेंट्स से मैच करें; VIN जांचें।  
    
    
   6. मैकेनिकल पार्ट्स  
   ब्रेक, क्लच, थ्रॉटल स्मूद काम करें; स्टीयरिंग फ्री हो।  
    
    
   7. इलेक्ट्रिकल्स  
   सभी लाइट, इंडिकेटर, हॉर्न, डिस्प्ले सही चलें।  
    
    
   8. कनेक्टिविटी  
   ब्लूटूथ/स्मार्ट फीचर्स कनेक्ट होकर ठीक काम करें।  
    
1. एक्सटीरियर कंडीशन और बॉडी चेक  
 
सबसे पहले बाइक के बॉडी पैनल, फ्यूल टैंक और मिरर्स पर ध्यान दें। ये जरूर देखें कि कहीं स्क्रैच, डेंट या खरोंच तो नहीं है। हैंडलबार, इंडिकेटर्स और मिरर्स अच्छे से टाइट होने चाहिए। नंबर प्लेट भी साफ-सुथरी और सही तरीके से फिट होनी चाहिए।  
2. सस्पेंशन और व्हील चेक  
 
पहियों और रिम्स को ध्यान से चेक कि कहीं क्रैक या बेंड तो नहीं है। टायर में सही एयर प्रेशर और पर्याप्त ट्रेड डेप्थ होना चाहिए। सस्पेंशन में कहीं से ऑयल लीक नहीं होना चाहिए और शॉक एब्जॉर्बर्स अपनी जगह मजबूती से लगे हों।  
3. फ्यूल सिस्टम और फ्लुइड लेवल चेक  
 
इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लुइड और कूलेंट लेवल जांचें कि सब सही मात्रा में हैं और लीक नहीं हो रहे। फ्यूल टैंक पूरी तरह सील्ड होना चाहिए, उसमें जंग या बदबू जैसी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। ध्यान दें कि इस्तेमाल किया गया फ्लुइड मैन्युफैक्चरर की गाइडलाइन के अनुसार हो।  
4. अलाइनमेंट चेक  
 
बाइक पर बैठकर देखें कि हैंडलबार, सीट और फुटपैग्स सही तरीके से अलाइंड हैं या नहीं। अगर कहीं झुकाव या मिसअलाइनमेंट है, तो डीलर से उसी समय ठीक करवाएं या दूसरी यूनिट की मांग करें।  
5. डॉक्यूमेंट्स और वेरिफिकेशन  
 
बाइक के इंजन नंबर और चेसिस नंबर को अपने रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट्स से मैच करें। VIN (Vehicle Identification Number) को भी जरूर चेक करें, ताकि आगे किसी कानूनी या ओनरशिप विवाद से बचा जा सके। सभी जरूरी कागजात जैसे इंश्योरेंस, इनवॉइस और आईडी प्रूफ व्यवस्थित रूप से रखें।  
6. मैकेनिकल पार्ट्स चेक  
 
यह सुनिश्चित करें कि ब्रेक सही तरीके से काम कर रहे हों और उनमें पर्याप्त पेडल ट्रैवल हो। क्लच और थ्रॉटल स्मूद और रिस्पॉन्सिव महसूस होने चाहिए। स्टीयरिंग मूवमेंट बिना किसी स्टिफनेस के होना चाहिए। ब्रेक और सस्पेंशन की सेटिंग अपनी राइडिंग स्टाइल के अनुसार एडजस्ट करवाएं।  
7. इलेक्ट्रिकल कंपोनेंट्स चेक  
 
हेडलाइट, इंडिकेटर्स, ब्रेक लाइट और हॉर्न की फंक्शनिंग जरूर जांचें। इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर में कोई वार्निंग लाइट या डेड पिक्सल तो नहीं है, यह देखें। फ्यूल गेज सही रीडिंग दिखा रहा है या नहीं, यह भी जांचें।  
8. कनेक्टिविटी फीचर्स चेक करें  
 
आजकल कई मोटरसाइकिल ब्लूटूथ या स्मार्ट कनेक्टिविटी फीचर्स के साथ आती हैं। डिलीवरी लेते समय डीलर से जानें कि आपके मोबाइल और बाइक को कैसे कनेक्ट किया जाए। एक बार खुद टेस्ट करके देखें कि कनेक्शन बिना परेशानी के काम कर रहा है या नहीं। |