एडीएम ने सभी अधिकारियों को तत्परता के साथ सावधानी, सुरक्षा व आवागमन में नियंत्रण बरतने को कहा है. Concept  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, नई टिहरी। भारत मौसम विज्ञान विभाग देहरादून की ओर से जारी पूर्वानुमान के तहत 5, 6 व 7 अक्टूबर को राज्य के टिहरी जिले सहित अन्य जनपदों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा, ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली व तूफान की संभावना व्यक्त की गई है। जिसको लेकर अपर जिलाधिकारी टिहरी एके सिंह ने जनपद क्षेत्र के सभी अधिकारियों को प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाए रखते हुए सावधानी, सुरक्षा व आवागमन में नियंत्रण बरतने को कहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
 
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए एडीएम सिंह ने किसी भी आपदा, दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्रवाई करते हुए सूचनाओं के तत्काल आपदा-प्रदान, आपदा प्रबंधन आइआरएस प्रणाली के नामित सभी अधिकारी व विभागीय नोडल अधिकारियों को हाई अलर्ट में रहने, किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने या विद्युत-पेयजल आदि सेवा प्रभावित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना व सुचारू करने के निर्देश दिए हैं।  
 
  
 
सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बने रहने, ग्राम प्रहरियों के साथ कंट्रोल रूम के माध्यम से सतर्क स्थिति बनाए रखने, संवेदनशील ग्रामों, क्षेत्रों में विशेष सतर्क दृष्टि बनाए रखने, सभी तहसीलों, थाना, चैकियां, अग्निशमन केंद्रों को भी आपदा संबंधित उपकरणों व वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहने को कहा गया है।  
 
सभी अधिकारी व कर्मचारियों को अपना मोबाइल फोन स्विच आफ न रखने, उक्त अवधि में लोगों के फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था करने, आपातकालीन स्थिति के लिए अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट सहित कुछ आवश्यक उपकरण व सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने के लिए उचित कार्रवाई करने को कहा गया है।  
 
  
 
इस दौरान छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में सावधानी व सुरक्षा बरतने, असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न देने, प्रमुख नदियाें, सहायक नदियों व मौसमी नालों का जलस्तर का सतत अवलोकन करने और खतरे के निकट पर पहुंचने से पहले नदी तट के समीपस्थ लोगों काे सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अवगत कराने को भी कहा है।  
 
  
 
इसके अलावा भूस्खलन के लिए संवेदनशील मार्गों पर पहले से ही उपकरणों की उचित व्यवस्था करने, जिला पंचायतराज विभाग की ओर से पंचायत सचिवों के माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत में यह चेतावनी प्रसारित कराने और नगर व कस्बाई क्षेत्रों में नालियों व कलवों के अवरोधों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। समस्त अधिकारियों को किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र, आपदा नियंत्रण कक्ष के नंबरों पर तत्काल देने के निर्देश दिए हैं। |