तोषी गांव तक सड़क निर्माण से केदारनाथ पैदल दूरी मार्ग की दूरी होगी केदारनाथ 6 किमी कम. File Photo  
 
  
 
  
 
 संवाद सहयोगी जागरण, रुद्रप्रयाग। केदारघाटी के सीमांत ग्राम पंचायत तोषी तक सड़क निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अब त्रियुगीनारायण से केदारनाथ धाम तक की पैदल दूरी 6 किलोमीटर कम हो जाएगी।   
 
 अब तक यह दूरी 23 किलोमीटर थी, जो घटकर केवल 17 किलोमीटर रह जाएगी। वहीं सड़क का कार्य आने वाले वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। फिलहाल कटिंग का कार्य पूरा हो गया है।   
 
 तोषी से केदारनाथ तक का यह पैदल मार्ग पौराणिक महत्व रखता है। 19वीं शताब्दि तक गंगोत्री से आने वाले यात्री इसी मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचते थे। वर्ष 2013 की आपदा के समय जब मुख्य पैदल मार्ग गौरीकुंड से केदारनाथ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, तब भी इस मार्ग से हजारों यात्री सुरक्षित बाहर निकल पाए थे।  विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
घटकर केवल 17 किलोमीटर रह जाएगी दूरी  
 
 आपदा प्रबंधन की दृष्टि से यह मार्ग बेहद सुरक्षित माना जाता है। सड़क बनने से न केवल तीर्थयात्रियों की दूरी कम होगी बल्कि सीमांत गांव तोषी की चार सौ से अधिक आबादी भी सीधा लाभान्वित होगी। अब तक ग्रामीणों को सड़क तक पहुंचने के लिए 6 किलोमीटर पैदल दूरी तय करनी पड़ती थी।   
 
 सड़क कटिंग कार्य पूरा होने के बाद जैसे ही मशीन गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक तिलक कर पूजा-अर्चना की और मिठाई बांटी।  ग्राम प्रधान दीपेंद्र रावत ने बताया कि सड़क बनने से ग्रामीणों को राहत मिलेगी और क्षेत्र का विकास भी होगा। पूर्व प्रधान जगत सिंह रावत ने कहा कि यह सड़क निर्माण ग्रामीणों के लंबे संघर्ष का परिणाम है।   
 
  
 
 करीब 6 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुआ था। कटिंग का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि सोनगाड़ पर पुल निर्माण अभी शेष है। ग्रामीणों का कहना है कि सर्दियों में सोनगाड़ में पानी कम होने पर पुल निर्माण से पहले भी वाहनों की आवाजाही संभव हो सकती है। निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पुल बनने के बाद गांव तक नियमित यातायात सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।  सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह है।   
 
  
 
 गांव में जेसीबी मशीन पहुंचने पर ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना व मिष्ठान वितरण किया। महिला मंगल दल अध्यक्ष सरोज देवी, मीना देवी, बलवंत रावत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। सरोज देवी का कहना है कि सड़क न केवल तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक होगी बल्कि गांव की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में भी बड़ा बदलाव लाएगी। |