सारण में दाल और तेलहन की फसलों पर विशेष फोकस, रबी फसल की तैयारी तेज
जागरण संवाददाता, छपरा। जिले में इन दिनों कृषि विभाग द्वारा दाल एवं तेलहन की फसलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में किसान समय से इन फसलों की बुवाई में जुट गए हैं, ताकि निर्धारित अवधि में पौधों की बढ़वार सही ढंग से हो सके और फसल का उत्पादन बेहतर मिल सके। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दाल और तेलहन की बुवाई समय पर नहीं की गई, तो बढ़ती गर्मी और धूप से फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ जाएगी। ऐसे में कृषि विभाग ने किसानों को समय पर बुआई करने की सलाह दी है।विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष जिले में दाल और तेलहन की खेती के लिए अनुकूल मौसम और मिट्टी की स्थिति को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
किसानों को बेहतर किस्म के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता और उपज दोनों में सुधार हो सके। कृषि विभाग की टीमें लगातार गांवों में जाकर किसानों को तकनीकी सहायता और फसल सुरक्षा संबंधी सलाह दे रही हैं।
वहीं, रबी फसल के लिए बीज वितरण की प्रक्रिया भी जिले में शुरू हो गई है। सरकारी कृषि केंद्रों पर किसानों को प्रमाणित बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि वे समय पर बुवाई कर सकें। आलू की बुवाई के लिए भी इस वर्ष विशेष तैयारी की जा रही है। पिछले वर्ष जिले में आलू उत्पादन को लेकर बेहतर परिणाम सामने आए थे।
इसी को देखते हुए इस वर्ष भी आलू की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभागीय बैठक के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि जिले में कितने हेक्टेयर में आलू की खेती की जाएगी। जिले के कई क्षेत्रों में सिंचाई व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा रहा है ताकि किसानों को जल की कमी का सामना न करना पड़े।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम सामान्य रहा तो इस वर्ष दाल, तेलहन और आलू की फसलों में रिकार्ड उत्पादन की संभावना है।
इस समय दाल एवं तेलहन फसलों की बुआई का उपयुक्त समय है। विभाग द्वारा किसानों को समय से बुआई करने की सलाह दी जा रही है, ताकि फसल पर मौसम के प्रतिकूल प्रभाव से बचा जा सके। रबी फसलों के लिए बीज वितरण कार्य आरंभ कर दिया गया है। वहीं आलू की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित करने को लेकर विभागीय समीक्षा की जा रही है। हमारा प्रयास है कि किसानों को सभी तकनीकी सहायता समय पर मिले और जिले में इस वर्ष कृषि उत्पादन को नई ऊंचाई मिले। - मधुरेंद्र कुमार सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी |