जागरण संवाददाता, चित्रकूट। शनिवार का दिन चित्रकूट के लिए ऐतिहासिक रहा। दोपहर एक बजकर 10 मिनट पर जब पहली वंदे भारत एक्सप्रेस भगवा रंग की चमचमाती बोगियों के साथ चित्रकूटधाम कर्वी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची, तो स्टेशन देशभक्ति और उत्साह के माहौल से गूंज उठा। फूलों से सजी ट्रेन के स्वागत में ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारे गूंजे। लोग हाथों में मोबाइल लिए वीडियो और सेल्फी लेने में व्यस्त दिखे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बनारस के लहरतारा बीएलडब्लू कालोनी निवासी अमित त्रिपाठी अपने परिवार के साथ वंदे भारत से चित्रकूट पहुंचे। उन्होंने बताया, यह सफर बेहद आरामदायक और यादगार रहा। ट्रेन की गति, सफाई और व्यवस्थाएं उत्कृष्ट हैं। ऐसा लगा जैसे हम हवाई जहाज में सफर कर रहे हों। 15 वर्षीय सौम्या और 14 वर्षीय नव्या ने मुस्कराते हुए कहा, वंदे भारत में सफर करना मजेदार रहा। सीटें बहुत आरामदायक हैं और सफाई लाजवाब है। खाने-नाश्ते का स्वाद भी बढ़िया था।
चार घंटे कब बीता पता ही नहीं चला
सौम्या ने कहा, बनारस से चित्रकूट का चार घंटे का सफर कब बीत गया, पता ही नहीं चला। बनारस से पहली बार चित्रकूट घूमने आए अशुतोष ने कहा, रामनगरी चित्रकूट आने की इच्छा कई सालों से थी। वंदे भारत शुरू होने से यह सपना पूरा हुआ। ट्रेन में हर सुविधा उपलब्ध है और सफर बहुत सहज रहा। वहीं, बनारस निवासी मधु मिश्र ने बताया, ट्रेन बहुत आरामदायक है। खाने-पीने से लेकर सफाई तक सबकुछ बेहतरीन है। ऐसा अनुभव पहली बार मिला।
प्लेटफार्म पर वंदे मातरम का सामूहिक गान
स्टेशन में ट्रेन के पहुंचने पर पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा, पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्र कोटार्य, पूर्व मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना उपाध्याय समेत कई जनप्रतिनिधि और समाजसेवी ट्रेन के स्वागत के लिए मौजूद रहे। प्लेटफार्म पर वंदे मातरम् का सामूहिक गान हुआ, जिससे पूरा स्टेशन देशभक्ति के रंग में रंग गया। शनिवार का यह दिन चित्रकूट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। एक बजकर 16 मिनट पर जब ट्रेन बांदा के लिए रवाना हुई, तो हर चेहरे पर गर्व और खुशी झलक रही थी।
लोग बोले- चित्रकूट में विकास युग की शुरुआत
लोगों ने कहा यह सिर्फ ट्रेन नहीं, चित्रकूट के विकास और नए युग की शुरुआत है। नपा अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता ने कहा, अब बनारस या खजुराहो जाना बेहद आसान हो गया है। पहले छह-सात घंटे लगते थे, अब तीन-चार घंटे में सफर पूरा हो जाएगा। वहीं विनोद केसरवानी ने कहा, यह ट्रेन कामकाजी लोगों के लिए वरदान साबित होगी। व्यापारी नेता ओम केशरवानी का कहना है, वंदे भारत से चित्रकूट और खजुराहो के धार्मिक पर्यटन को नई गति मिलेगी, जिससे स्थानीय व्यापार भी फलेगा-फूलेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बनारस से इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन बनारस से विंध्याचल, प्रयागराज छिवकी, चित्रकूट, बांदा और महोबा होते हुए खजुराहो तक जाती है। |