स्थानीय लोग जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत की मांग कर रहे हैं।
संवाद सहयाेगी, जागरण, बसोहली। जिला कठुआ के बसोहली उप जिला में इस बार की बरसात के बाद लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उप जिला की दर्जन के करीब सड़कों पर अभी भी बरसात का साया है और वह खुलने का इंतजार कर रही हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सड़कों के बंद होने के कारण ग्रामीणों को बसोहली तक आने जाने के लिये कई कई किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर होना पड़ रहा है वहीं बैंक संबंधी कामों के लिये हर किसी को बसोहली आना ही पड़ता है। क्षेत्र में बैंक की शाखाओं का कम होना भी लोगों के लिये पैदल चलने का एक बहुत बड़ा कारण है।
इस बार की बरसात के कारण अभी तक जन जीवन पूरी तसरह से उभर नहीं पाया है लोग अभी भी कई सड़कों के खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
बसोहली उपजिला में निम्न सड़कें हैं बंद
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग के पास बसोहली क्षेत्र 21 सड़कें हैं जिन में खजूरा माश्का सड़क, खजूरा से माश्का, कैलड़ी से सिम्मनी, जीरो मोड़ से धार महानपुर , शाहरा से माश्का सड़क को छोटे वाहन के लिये खोला गया है। कैलड़ी से सिम्मनी सड़क दो दिन तक खुलने की संभावना है। पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत 58 सड़कें हैं और बरसात के बाद भूंड नगाली, थर्टी लिंक सड़क, सैलो लियूंडी, महानपुर बसोहली सड़क को भी अस्थाई तौर पर खोला गया है सही काम अभी भी नहीं हो पाया है।
सड़क खुलने के लिये फंड का है इंतजार
ज्यादातर सड़कों को अस्थाई तौर पर प्रबंध कर पीएमजीएसवाई एवं पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा चलाया गया है। इन सभी सड़कों जो भी दोनों विभागों के अंतर्गत हैं उन को सही प्रकार से बनाने और स्थाई सड़क के लिये अभी भी विभागों द्वारा प्रपोजल बनाकर भेजें गये हैं फंड आने का इंतजार है।
लोगों को हो रही परेशानी
सड़कों पर भारी वाहनों के ना चलने के कारण लोगों को मनमर्जी के पैसे चालकों को देकर कई गांवों में पहुंचना पड़ रहा है तो कई गांवों में अभी भी मीलों पैदल चलना पड़ रहा है। घर तक जरूरी सामान पहुंचाना अच्छी सड़क के अभाव में लोगों को परेशान करता है। बीमार वृद्ध दिव्यांग आदी लोगों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जो भी क्षेत्र में सड़कें बरसात में खराब हुई हैं उन को सही ढंग से बनाने और भारी वाहनों के यातायात के लायक बनाने के लिये अभी फंड का इंतजार है। - दीपक कोहली, एईई पीएमजीएसवाई |