नेतन्याहू ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग (फोटो सोर्स- रॉयटर्स)  
 
  
 
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल ने रविवार को गाजा के दक्षिणी हिस्से में हमास के ठिकानों पर हवाई हमले किए। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि यह कार्रवाई उस युद्धविराम के खुले उल्लंघन के जवाब में की गई है, जो हमास ने उसी दिन किया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज और सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एयाल जामीर के साथ आपात सुरक्षा बैठक बुलाई है। रविवार को रफा इलाके में हमास लड़ाकों ने इजरायली सैनिकों पर हमला किया।  
 
रिपोर्टों के मुताबिक, हमास ने एंटी-टैंक मिसाइल दागी और IED विस्फोट से कई सैनिक घायल हुए। इसके जवाब में IDF ने युद्धक विमानों और तोपों से हवाई हमले किए, जिनमें हमास की टनल और सैन्य ढांचे नष्ट किए गए।  
 
गाजा की सिविल डिफेंस एजेंसी ने कहा कि इन हमलों में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है। इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गवीर ने नेतन्याहू से पूरी ताकत से लड़ाई फिर शुरू करने और हमास को पूरी तरह खत्म करने की मांग की।  
सीजफायर टूटने से बढ़ा तनाव  
 
वेस्ट बैंक के नाबलुस शहर में इज़रायली सेना की छापेमारी के दौरान 42 वर्षीय माजेद मोहम्मद दावूद की गोली लगने से मौत हो गई। अमेरिका ने पहले ही चेतावनी दी थी कि उसे हमास द्वारा गाजा में नागरिकों पर हमले की विश्वसनीय जानकारी मिली है, जिसे वॉशिंगटन ने गंभीर युद्धविराम उल्लंघन बताया।  
बंधकों के शव लौटाए  
 
लड़ाई के बीच हमास ने दो इजरायली बंधकों के शव लौटाए, जिससे कुल संख्या 12 हो गई है। इसके बाद इजरायल ने रफा बॉर्डर क्रॉसिंग को अगले आदेश तक बंद कर दिया। गाजा का स्वास्थ्य मंत्रालय कहता है कि अक्टूबर 2023 से अब तक 68000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं और हजारों अब भी लापता हैं।  
 
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने कहा कि गाज़ा के बड़े हिस्से मलबे में बदल चुके हैं और राहत सामग्री की आपूर्ति अब भी तय सीमा से बहुत कम है। हमास का कहना है कि सीजफायर लागू होने के बाद भी इजरायली हमलों में 38 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। |