जिले में बनेंगे दो नए सब स्टेशन। जागरण
जागरण संवाददाता,कौशांबी । जिले में बिजली व्यवस्था के सुधार को लेकर पिछले करीब दो सालों से तेजी से काम चल रहा है। हाल में दो नए विद्युत उपकेंद्रों (सब स्टेशन) के निर्माण और 11 किमी. लाइन को बदले जाने की स्वीकृति बिजिनेस प्लान 2025-26 के तहत मिली है।उपकेंद्रों के निर्माण के लिए विभाग द्वारा भूमि भी चिह्नित कर ली गई है। प्रशासन की हरी झंडी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू करा दिए जाएंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंझनपुर नगर पालिका परिषद सीमा का विस्तार होने से मंझनपुर विद्युत उपकेंद्र पर लोड बढ़ गया है।इसकी वजह से सुचारु बिजली आपूर्ति में आए दिन समस्या खड़ी हो जाती है। यही हाल सिराथू क्षेत्र के कूरा उपकेंद्र का भी है।
उपक्रेंद्र में ज्यादा लोड
इस उपकेंद्र पर भी लोड अधिक होने के कारण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में दिक्कत खड़ी होती है। इसके मद्देनजर दोनों जगहों पर 10-10 एमबीए क्षमता के नए उपकेंद्र के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। मंझनपुर में मेडिकल कालेज से ओसा चौराहा के बीच छोगरियन का पूरा व बंधवा राजबर में विभाग की ओर से भूमि चिन्हित की गई है।ghaziabad-health,Ghaziabad News,Ghaziabad Latest News,Ghaziabad News in Hindi,Ghaziabad Samachar,Pathology labs Ghaziabad,Online medical reports Ghaziabad,Health Management Information System,Lab Management Information System,Ghaziabad hospital updates,Digital health records Ghaziabad, Blood Report,Uttar Pradesh news
वहीं, सिराथू में बड़हरी में भूमि देखी गई है। इसी प्रकार 18 जगहों पर करीब 11 किमी. लाइन बदली जानी है। इसमें मंझनपुर में विश्व बैंक फीडर के लोड को बालकमऊ के बिसारा फीडर पर शिफ्ट किया जाएगा। जेई चंद्रिका मौर्य ने बताया कि मंझनपुर में नए उपकेंद्र निर्माण के लिए करीब 4.85 व बड़हरी में 4.50 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है।
जबकि लाइनों के बदले जाने के लिए लगभग 80 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है। उपकेंद्रों के निर्माण होने व लाइनों के बदल जाने से ओवरलोड की समस्याएं समाप्त हो जाएंगी और इन उपकेंद्रों से जुड़े क्षेत्रों के लोगों को सुचारु बिजली मिलने लगेगी।
उपकेंद्रों में मेंटिनेंस व प्रोडक्शन का काम अंतिम चरण में
बिजिनेस प्लान 2024-25 के तहत जिले के सभी 35-36 विद्युत उपकेंद्रों में मेंटिनेंस एवं प्रोडक्शन का काम कराया जा रहा है। ब्रेकर रिपेयरिंग के भी काम हो रहे हैं।यह सभी काम अंतिम चरण में है। इन कामों के पूरे होने पर बिजली व्यवस्था में और सुधार होने की संभावना है। |