जागरण संवाददाता, प्रयागराज। माफिया अतीक के ड्रीम प्रोजेक्ट रहे अलीना सिटी फेज वन और टू की करीब 50 बीघा जमीन पर उसके ही करीबियों ने अवैध रूप से प्लाटिंग कर डाली। प्रयागराज विकास प्राधिकरण पीडीए की टीम ने शुक्रवार को बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। इसके बाद बैकहो होल्डर (जेसीबी) के जरिए पूरी अवैध प्लाटिंग को ढहा दिया गया। इस कार्रवाई से प्लाटिंग करने वालों में खलबली मची रही। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पीडीए की ओर से अवैध प्लाटिंग करने वालों पर मुकदमा दर्ज करने के लिए संबंधित पुलिस थाने में तहरीर दी है। बताया गया है कि माफिया अतीक ने कई साल पहले दामूपुर गांव के आसपास अलीना सिटी को दो चरणों में और अहमद सिटी को एक चरण में बसाने की योजना बनाई थी। इसके बाद वहां पर प्लाटिंग शुरू की गई।
इस बीच बिजली विभाग की ओर से सरकारी खंभे लगा दिए गए थे और पक्की रोड भी बना दी गई थी। वर्ष 2018 में शिकायत के आधार पर पूरे प्रकरण की जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंपी गई थी। एसटीएफ की जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया था, जिसके बाद बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी।
कहा गया कि पिछले कुछ दिनों से अलीना सिटी के फेज वन और टू में अतीक के करीबियों की ओर से प्लाटिंग की जा रही थी। इसकी शिकायत पर पीडीए ने जांच की और फिर कार्रवाई की योजना बनाई।
शुक्रवार को पीडीए के जोनल अधिकारी दो, अवर अभियंता रुपेश पटेल, लेखपाल ऋतुकेश, अंशुमान सिंह की टीम पुलिस बल व जेसीबी के साथ मौके पर पहुंची। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई, जिससे अवैध प्लाटिंग करने वालों में खलबली मच गई।
पीडीए का कहना है कि अलीना सिटी में अवैध प्लाटिंग सुल्तान अली, आदिल बाबू, सराफत, नूर हमजा, मोहम्मद हमजा, सारिक, नदीम, सोनू, सरवर, आदिल कैसर, मुजम्मिल, अरशद, मुबारक, निजाम, हाशिम, मोहम्मद, नाटे, रूमी, ताहिर, रियाज, गुड्डू बक्शी, जहूर अहमद और सकीना के द्वारा की गई थी। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के लिए पुलिस को लिखित शिकायत दी गई है। |