प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
जागरण संवाददाता, गोपालगंज। बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के राजापट्टी कोठी बाजार स्थित एक निजी हॉस्पिटल एवं सर्पदंश निवारण संस्थान में डीएनसी प्रक्रिया के क्रम चार माह की गर्भवती 25 वर्षीय ममता देवी की मौत हो गई।
घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने अस्पताल को सील करने और फरार चिकित्सक व कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी है।
जानकारी के अनुसार, ममता देवी सारण जिले के पानापुर थाना क्षेत्र के बिजौली गांव की निवासी थीं और चार महीने की गर्भवती थीं। कुछ दिनों से उन्हें पेट दर्द और ब्लीडिंग की शिकायत थी। पति राजेश यादव, जो हरियाणा के यमुनानगर में मजदूरी करते हैं, पत्नी की तबीयत बिगड़ने की खबर पर गांव आए और उसे इलाज के लिए एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अस्पताल में डीएनसी प्रक्रिया के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव होने से ममता देवी की मौत हो गई। राजेश यादव ने बुधवार को बैकुंठपुर थाने में चार चिकित्सकों के खिलाफ लापरवाही का आवेदन दिया। उनका आरोप है कि चिकित्सकों ने इलाज में गंभीर लापरवाही बरती और महिला की हालत बिगड़ने पर कोई प्राथमिक चिकित्सा सहायता नहीं दी।
थानाध्यक्ष सुभाष कुमार ने बताया कि आवेदन के आधार पर नामजद चिकित्सकों के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फरार चिकित्सकों की तलाश के लिए पुलिस छापेमारी तेज कर रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट गुरुवार तक आने की संभावना है, जिससे मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि अस्पताल का संचालन अवैध पाया गया है।
विभाग ने विशेष जांच टीम गठित कर अस्पताल को सील करने की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे सभी क्लीनिक और नर्सिंग होम को लेकर विशेष जांच अभियान भी चलाया जाएगा।
महिला की मौत के बाद स्वजन सदमे में
घटना के बाद मृतका की चार वर्षीय बेटी सिमरन सहित स्वजन सदमे में हैं। स्थानीय लोग अस्पताल और चिकित्सकों की लापरवाही पर आक्रोशित हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। |