आज पाम पैराडाइज आवासीय योजना परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी लेंगे हिस्सा। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। देवरिया बाईपास रोड स्थित आवासीय परियोजना पाम पैराडाइज के तहत बने एलआइजी और ईडब्लूएस के 120 आवंटी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को चाबी सौपेंगे।
साथ ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की करीब 118 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास भी करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन पाम पैराडाइज परिसर में होगा। जीडीए के उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन की निगरानी में गुरुवार को कार्यक्रम स्थल की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री जिन परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे उनमें इंदिरा बाल विहार में शापिंग कांप्लेक्स, रामगढ़ताल रिंग रोड फेज दो पर रिटेनिंग वाल एवं डेकोरेटिव लाइटें, रामगढ़ताल में एक और जेट्टी के साथ ही राप्तीनगर विस्तार आवासीय परियोजना के ऊपर से गुजर रही 132 केवी टावर लाइन की शिफ्टिंग और देवरिया रोड पर पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने स्मार्ट पार्किंग आदि के निर्माण का शिलान्यास शामिल है।
इसी तरह लोकार्पण वाले कार्याें में राप्तीनगर आवासीय परियोजना में रोड का चौड़ीकरण एवं भूमिगत केबल ट्रंच कार्य, सोनबरसा का माडल विलेज के रुप में विकास, रामगढ़ताल के सामने नया सवेरा के पास स्थित वाटर बाडी के इंफ्रास्ट्रक्चर का जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण आदि शामिल है।
फ्लैट का निरीक्षण करेंगे मुख्यमंत्री
आवंटियों को चाबी सौंपने और विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री एलआईजी और ईडब्लूएस के फ्लैट का निरीक्षण करेंगे।
खातों में पहुंची पंजीकरण शुल्क की धनराशि
पाम पैराडाइज आवासी योजना के तहत सस्ते आवास की ई लाटरी में असफल हुए आवेदकों के खातों में प्राधिकरण ने पंजीकरण शुल्क लौटा दिया है। प्राधिकरण का कहना है कि गुरुवार तक सभी के खातों में धनराशि भेज दी गई है। पंजीकरण शुल्क के तौर पर प्राधिकरण के पास आवेदकों का करीब 47 करोड़ रुपये जमा था। एलआइजी और ईडब्लूएस के 120 फ्लैटों के लिए कुल 9,333 आवेदकों ने आवेदन किया था।
29 सितंबर को ई लाटरी कराई गई थी जिसमें 9213 आवेदक असफल रहे। आवेदकों को एलआइजी फ्लैटों के लिए 1 लाख 8 हजार एवं ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए 54 हजार रुपये पंजीकरण धनराशि के रूप में जमा करने पड़े थे। सीनियर सिटिजन, एससी, एसटी आवेदकों के लिए यह धनराशि आधी रखी गई थी।
जीडीए के मुताबिक फ्लैटों के लिए पंजीकरण करते समय जिन्होंने बैंक खाता नंबर भरने या आइएफएससी कोड डालने में त्रुटि कर दी थी, अब सिर्फ उन्हीं का शुल्क बाकी है। जिन्हें पंजीकरण शुल्क नहीं मिला है वे जीडीए कार्यालय में संपंर्क कर उसे दुरुस्त करा दें। उनकी भी धनराशि तत्काल भेज दी जाएगी। |