डेंगू केस निकलने पर यूनिफाइड डिसीज सर्विलांस पोर्टल पर करें अपलोड।  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, अमरोहा। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू-मलेरिया केसों पर निगरानी के लिए यूनिफाइड डिसीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) लांच कर रखी है। पोर्टल पर सभी सरकारी, निजी हास्पिटल, पैथोलाजी लैब संचालकों को डेंगू-मलेरिया मरीजों का डाटा पोर्टल पर आनलाइन अपलोड करने के निर्देश दिए है। इससे कोई भी व्यक्ति जांच में डेंगू संक्रमित निकलता है तो विभाग को तुरंत पता चल जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
निजी हास्पिटल व पैथालाजी लैब डेंगू-मलेरिया व अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों डाटा स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध नहीं कराते थे। केवल विभाग के पास सरकारी अस्पताल व लैब में जांच कराए मरीजों का ही डाटा रहता था। जिससे डेंगू-मलेरिया जैसे गंभीर बीमारियों पर नियंत्रण नहीं हो पाता था, क्योंकि मरीज के क्षेत्रों में एंटीलार्वा छिड़काव संग डेंगू-मलेरिया आशंकित मरीजों की जांच नहीं हो पाती थी।  
 
  
 
इससे वहां यह बीमारियां बिकराल रूप धारण कर लेती थी। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग ने यूनिफाइड डिसीज सर्विलांस पोर्टल लांच की है। जिसमें सभी सरकारी, निजी अस्पताल व लैब संचालकों को मरीजों की जांच रिपोर्ट से लेकर इलाज तक का पूरा डाटा पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।  
 
स्वास्थ्य विभाग पोर्टल के माध्यम से रोजाना डेंगू-मलेरिया व अन्य बीमारियों के मरीजों की निगरानी करेगा। सीएमओ डा. सत्यपाल सिंह ने बताया कि जिले कोई भी व्यक्ति डेंगू-मलेरिया संक्रमित है और वह देश के किसी भी अस्पताल में भर्ती है तो हमारे पास उसकी जानकारी रहेगी। विभाग पोर्टल के जरिये रोजाना डेंगू-मलेरिया केसों की निगरानी कर रहा है।  
 
  
पोर्टल पर मरीजों का अपलोड के फायदे  
 
सीएमओ डा. सत्यपाल सिंह ने बताया कि पोर्टल के यह फायदे हैं कि पोर्टल पर डेंगू-मलेरिया मरीज का हमे पता चल जाएगा। इसके बाद विभाग की टीम उसके घर पहुंचेगी। वहां फागिंग के साथ एंटीलार्वा दवा का छिड़काव कराया जाएगा। साथ ही 50 मीटर के दायरे में आशंकित मरीजों की डेंगू-मलेरिया की जांच कराई जाएगी। जिससे डेंगू-मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों पर अंकुश लग सकेगा। |