जागरण संवाददाता, मीरजापुर। पुलिस ने हत्या के मामले में सजायाफ्ता 46 वर्षों से फरार कैदी रामजी उर्फ हलधर दूबे को रविवार को मध्य प्रदेश के रीवा से गिरफ्तार किया। रामजी रीवा स्थित हनुमना थाना क्षेत्र के नाउनखुर्द गांव का रहने वाला है। कैदी को स्थानीय जिला जज के न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। देहात कोतवाल अमित मिश्र ने बताया कि रामजी दूबे वर्ष 1976 में मीरजापुर देहात कोतवाली क्षेत्र के हरिहरपुर बेदौली निवासी अपने मौसा के घर आया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भूमि को लेकर हुआ विवाद
इस दौरान मौसा व गांव के शंभूनाथ शर्मा के बीच भूमि को लेकर विवाद हुआ। रामजी ने शंभूनाथ की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। पुलिस ने रामजी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। वर्ष 1979 में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। कुछ दिनों बाद रामजी पेरोल पर जेल से बाहर आया।
इसके बाद लापता हो गया। इधर मृतक शंभूनाथ के बेटे विनोद शर्मा ने कैदी रामजी की गिरफ्तारी न होने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट में रिट दाखिल की। कोर्ट ने डीजीपी व मीरजापुर के एसएसपी सोमेन बर्मा को नोटिस जारी कर तलब कर लिया। गिरफ्तार रामजी की उम्र अब 70 वर्ष है। बिजली विभाग में लाइन मैन के पद पर रहे रामजी ने अपना नाम बदलकर हलधर दूबे रख लिया था। जेल से मिले रिकार्ड से मिलान करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। |