जागरण संवाददाता, बलिया। गत रविवार शाम ददरी मेले में युवा अधिवक्ता प्रवीण कुमार सिन्हा की मौत मामले में कोतवाली पुलिस ने झूला संचालक समेत हिमांशु दीक्षित पता अज्ञात समेत अन्य 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। अधिवक्ता की पत्नी प्रीति सिन्हा की तहरीर पर मंगलवार शाम कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली क्षितिज त्रिपाठी के मुताबिक वह स्वयं इसकी विवेचना करेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रीति ने तहरीर में पुलिस को बताया कि वह अपने बच्चे व पति प्रवीण कुमार सिन्हा के साथ ददरी मेला देखने के लिए गईं थीं। मेला घूमने के बाद सभी लोग जलपरी शो देखने के लिए चले गए। मेरे पति ने टिकट काउंटर से टिकट भी लिया और पैसा दिया। आरोप है कि काउंटर पर मौजूद व्यक्ति द्वारा कम पैसा दिया गया।
इसको लेकर पति ने शिकायत की तो काउंटर पर मौजूद व्यक्ति झड़प करने लगा। इसी दौरान 10-12 की संख्या में और आ गए और गाली-गलौज करने लगे। बात इतनी बढ़ गई सभी मिलकर पति को पीटने लगे। मेरे पति के सीने में चोट लग गई। इसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें सीपीआर देकर जान बचाने की कोशिश की लेकिन उनकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। पुलिसकर्मी अपनी गाड़ी से मेरे पति को अस्पताल लेकर आए लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी
अधिवक्ताओं के नारेबाजी के बाद पुलिस ने आनन फानन दर्ज किया मुकदमा
मंगलवार को दीवानी न्यायालय का माहौल काफी सन्नाटा रहा। यही नहीं, अधिवक्ताओं ने शिकायत की प्रतिलिपि जिला जज एके झा, चीफ जस्टिस आफ उत्तर प्रदेश, वाराणसी एडीजी समेत अन्य आला अधिकारियों को प्रेषित किया। संयुक्त रूप से अधिवक्ताओं की गहन मीटिंग लगभग दो घंटे लगातार चलती रही।
अध्यक्षता सिविल के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार दूबे एवं फौजदारी संगठन के अध्यक्ष देवेंद्र नाथ मिश्रा द्वारा किया गया। इसमें महासचिव भूपेंद्र कुमार सिंह व महासचिव अजय कुमार पांडेय समेत कार्यकारिणी के समस्त सदस्यों ने निर्णय लिया कि जनपद के पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना की गहनता से जांच कराकर 24 घंटे के अंदर एफआइआर दर्ज नहीं करते हैं तो बुधवार को समूचे अधिवक्ता सड़क पर उतरकर युवा अधिवक्ता के स्वजन को न्याय मिलने तक जाम करेंगे। इसके पहले ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया। |