फाइल फाेटो।
जासं, जमशेदपुर। झारखंड में जमशेदपुरवासियों के लिए वर्षों से अधर में लटकी एक बड़ी सौगात अब हकीकत बनने जा रही है। पूर्वी जमशेदपुर विधानसभा क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित भुइयांडीह लिट्टी चौक से भिलाई पहाड़ी (एनएच-33) तक फोर लेन सड़क और स्वर्णरेखा नदी पर बनने वाले नए फोर लेन सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण कार्य आगामी 10 दिनों के भीतर शुरू हो जाएगा। यह आश्वासन जमशेदपुर पथ प्रमंडल के अधीक्षण अभियंता दीपक सहाय ने मंगलवार को विधायक पूर्णिमा साहू को दिया। विधायक ने एग्रिको स्थित अपने कार्यालय में अधिकारियों की बैठक बुलाई थी, जहां उन्होंने परियोजना की धीमी प्रगति पर कड़ा ऐतराज जताया और इसे पूर्वी विधानसभा का सिग्नेचर प्रोजेक्ट बताते हुए तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया।
कैसा होगा जमशेदपुर का नया सिग्नेचर ब्रिज
स्वर्णरेखा नदी पर प्रस्तावित पुल जमशेदपुर की नई पहचान बनेगा। योजना के मुताबिक पुल की कुल लंबाई 242 मीटर होगी। इस पर चार लेन की सड़क बनाई जाएगी।
ब्रिज को आधुनिक डिजाइन, विशेष लाइटिंग और सौंदर्यीकरण के साथ सिग्नेचर ब्रिज की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। पुल बनने के बाद पूर्वी जमशेदपुर का सीधा संपर्क एनएच-33 से स्थापित हो जाएगा।
वर्तमान में शहर से बाहर निकलने के लिए मानगो ब्रिज और दोमुहानी ब्रिज पर निर्भरता के कारण भारी जाम लगता है। नया पुल तैयार होने के बाद भारी वाहन और लंबी दूरी के यात्री सीधे भिलाई पहाड़ी NH-33 से रांची और कोलकाता की ओर निकल सकेंगे।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें फोर लेन सड़क का रूट भुइयांडीह लिट्टी चौक से शुरू होकर स्वर्णरेखा नदी को पार करते हुए सीधे भिलाई पहाड़ी NH-33 तक जाएगा। यह परियोजना पिछले पांच वर्षों से फाइलों के पेंच में फंसी हुई थी। कभी अलाईनमेंट की त्रुटि, कभी वन विभाग से स्वीकृति न मिल पाने के कारण सड़क और पुल निर्माण की योजना बार-बार अटकती रही। विधायक पूर्णिमा साहू ने बताया कि पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने इस योजन को प्राथमिकता में रखा। उन्होंने विधानसभा में कई बार इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। पथ निर्माण विभाग के सचिव और अभियंताओं के साथ लगातार संवाद बनाए रखा।
मंगलवार को हुई बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनता को अब और इंतजार नहीं कराया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह पुल पूर्वी जमशेदपुर के लिए लाइफलाइन साबित होगा।
विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि सिग्नेचर ब्रिज और फोर लेन सड़क बनने से भारी वाहनों का प्रवेश शहर के भीतरी हिस्सों में बंद हो जाएगा। मानगो और एमजीएम के आसपास का ट्रैफिक दबाव काफी कम होगा।
उन्होंने कहा कि पूर्वी जमशेदपुर में व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों का विस्तार होगा। शहर के लिए एक नया पर्यटन भी विकसित होगा। उन्होंने कहा कि मैं इस परियोजना की व्यक्तिगत निगरानी कर रही हूं। 10 दिनों में काम शुरू होने के बाद जमशेदपुर विकास की नई रफ्तार पकडेगी।
अधीक्षण अभियंता दीपक सहाय ने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों के कारण प्रस्ताव अटका हुआ था, लेकिन अब सभी बाधाएं दूर हो चुकी हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी 10 दिनों के भीतर विधिवत काम शुरू कर दिया जाएगा।
योजना एक नजर में
लागत: 39,91,72,857.53 (लगभग 40 करोड़ रुपये)
स्वीकृति: 2024-25 के 11 एसबीडी के तहत।
पुल की लंबाई: 242 मीटर (फोर लेन)
पहुंच पथ (एप्रोच रोड): 3.453 किमी
कुल परियोजना लंबाई: 3.695 किमी |
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