जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। स्टेयरिंग फेल होने से गन्ना भरा ट्रक मंगलवार रात रामगंगा में गिर गया। उसके चालक राजपाल तैरना जानते थे इसलिए अपनी जान बचा ली, अन्यथा पुलिस तो नौ घंटे में गोताखोर तक नहीं बुला सकी। वह अंधेरे में दो किमी तैरते हुए सीमावर्ती फर्रुखाबाद क्षेत्र के मंदिर में बैठ गए थे। बुधवार को घटनास्थल पर लौटकर पुलिस को पूरा प्रकरण बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हरदोई की रूपापुर चीनी मिल का सेंटर बदायूं के हुलड़िया गांव में भी है। मंगलवार रात को वहां से ट्रक में गन्ना भरकर मुरादाबाद निवासी चालक राजपाल हरदोई जा रहे थे। उन्होंने बताया कि रात 12 बजे अल्हागंज में फर्रुखाबाद मार्ग पर रामगंगा पुल पर पहुंचे, स्टेयरिंग फेल होने से ट्रक रामगंगा में गिर गया। ट्रक नदी में डूबता, इससे पहले वह बाहर आ गए। इसके बाद तैरते हुए दूसरे छोर पर पहुंचे, जोकि फर्रुखाबाद क्षेत्र में आता है। वहां पूरी रात मंदिर में काटी, फिर बुधवार सुबह नौ बजे नदी के किनारे पैदल चलते हुए पुल तक आए।
ग्रामीणों ने बताया कि रात में ही पुलिस को सूचना दे दी थी कि पुल से ट्रक गिर गया है। कुछ देर बाद आए पुलिसकर्मियों ने गोताखोरों से फोन पर संपर्क किया परंतु, उन्होंने अंधेरे में नदी में उतरने से मना कर दिया था। इसके बाद बुधवार सुबह आठ बजे पुलिसकर्मी दोबारा पहुंचे, उस समय भी गोताखोर नहीं बुलाए जा सके थे। यदि चालक ट्रक में फंसा होता तो सुबह तक डूबकर मृत्यु हो सकती थी।
गनीमत ही कि वह तैरकर नदी पार कर गया था। सुबह नौ बजे राजपाल पुलिसकर्मियों के पास पहुंचे और रात का घटनाक्रम बताया। नदी में गिरे ट्रक का निकलवाने के लिए हुल्लापुर चौराहे से क्रेेन मंगवाई गईं, लेकिन वजन क्षमता कम होने के कारण वापस भेज दिया गया। नायब तहसीलदार रोहित कटियार ने बताया कि गुरुवार को फर्रुखाबाद से अधिक क्षमता की क्रेन मंगवाकर ट्रक को बाहन निकलवाया जाएगा। |