क्यों मनाया जाता है World Immunization Day? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हर साल 10 नवंबर को World Immunization Day यानी विश्व टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों में टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है। टीके (Vaccines) हमारे शरीर को गंभीर बीमारियों से बचाने की सबसे असरदार उपायों में से एक हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ये न केवल व्यक्ति बल्कि समाज को भी सुरक्षित रखते हैं, क्योंकि जब ज्यादा से ज्यादा लोग टीका लगवाते हैं तो “हर्ड इम्यूनिटी” विकसित होती है, जिससे बीमारियों का फैलाव रुकता है। इसलिए टीकाकरण न सिर्फ व्यक्ति के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए जरूरी है।
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विश्व टीकाकरण दिवस का इतिहास
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2012 में World Immunization Day की शुरुआत की थी। यह दिन 1974 में लॉन्च हुए Expanded Programme on Immunization (EPI) की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य दुनिया भर के सभी लोगों, खासतौर से बच्चों तक जीवनरक्षक टीकों की पहुंच सुनिश्चित करना था।
इस पहल की बदौलत चेचक जैसी खतरनाक बीमारी का पूरी तरह खात्मा हो गया, जबकि पोलियो और खसरा जैसी बीमारियां लगभग समाप्ति की ओर हैं।
टीकाकरण का इतिहास 18वीं सदी से जुड़ा है, जब एडवर्ड जेनर ने चेचक के टीके की खोज की थी। यह खोज आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की दिशा बदलने वाली साबित हुई। समय के साथ, टीकों ने टिटनेस, डिप्थीरिया, खसरा, और हाल ही में COVID-19 जैसी बीमारियों से लाखों लोगों की जान बचाई है।
टीकाकारण का महत्व
टीकाकरण केवल इन्फेक्शन से बचाव का उपाय नहीं, बल्कि एक ऐसा कदम है जो आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देता है। WHO के अनुसार, हर साल लाखों बच्चों की जान केवल टीकाकरण की वजह से बचाई जाती है।
वैक्सीन हेल्थ केयर सिस्टम पर बोझ कम करते हैं, क्योंकि वे बीमारी को शुरू होने से पहले ही रोक देते हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर तरीके से काम कर पाती हैं।
सभी आयु वर्गों के लिए टीकाकरण
पहले टीकाकरण को केवल बच्चों तक सीमित समझा जाता था, लेकिन अब एक्सपर्ट्स वयस्कों के लिए भी टीकों को उतना ही जरूरी मानते हैं। इन्फ्लुएंजा और टिटनेस जैसी बीमारियों के खिलाफ समय-समय पर लगाए जाने वाले टीके वयस्कों के लिए भी उतने ही जरूरी हैं।
World Immunization Day हमें याद दिलाता है कि टीके केवल व्यक्तिगत सुरक्षा का साधन नहीं हैं, बल्कि स्वास्थ्य की नींव हैं। टीकाकरण के माध्यम से हम न केवल बीमारियों से लड़ते हैं, बल्कि एक स्वस्थ और सुरक्षित दुनिया की दिशा में कदम बढ़ाते हैं।
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