बिहार विधानसभा चुनाव (फोटो जागरण)
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को मतदान की तिथि निर्धारित है। ऐसे में मतदान की तैयारियों को लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने 20 जिलों के साथ चुनावी तैयारी की समीक्षा की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन अंतर्राष्ट्रीय सीमा, नक्सल प्रभावित इलाके एवं झारखंड की सीमा से सटे जिलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही तीनों राज्यों (यूपी, झारखंड एवं बंगाल) के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साझा रणनीति बनाकर समन्वित सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी के निर्देश दिए।
गुंजियाल अपने कार्यालय सभागार में वीडियो कान्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से 20 जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा की।
विदित हो कि दूसरे चरण में पश्चिम एवं पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा एवं जमुई जिले में स्थिति शेष विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराया जाना है।
सीईओ ने कुल 22 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जिलों से समीक्षा की। इस दौरान निर्देश दिया कि चुनाव प्रचार में अगर कोई सरकारी कर्मचारी लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
साथ ही सी-विजिल ऐप के प्रचार-प्रसार को बढ़ाने, उम्मीदवारों के व्यय रजिस्टर की स्कैन प्रति सीईओ की वेबसाइट पर अपलोड करने एवं जीपीएस स्थापना की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट देने के निर्देश दिया गया।
सीईओ ने कहा कि मतदान की समाप्ति के उपरांत जितने भी प्रत्याशियों को पोलिंग एजेंट उपस्थित होंगे उनको फार्म 17-सी की प्रति अनिवार्य रूप से दी जाए। इसके अलावा, डिस्पैच एवं प्राप्ति केंद्रों की व्यवस्था समय पर पूरी करनी आवश्यक है।
मतदान दलों के लिए 10 नवंबर को बूथों तक दोपहर तीन बजे तक हर हाल में पहुंचने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सीईओ ने वेबकास्टिंग व्यवस्था पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक संवेदनशील मतदान केंद्र पर वेब कैमरा लगाया जाए। उन्होंने मतगणना दिवस की तैयारियों पर भी अभी से ध्यान देने के निर्देश दिए। |