लक्षणों के लिए गूगल सर्च करने से पहले डॉक्टर की चेतावनी (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बदलते समय के साथ हमारे आसपास की दुनिया भी पूरी तरह से बदलने लगी है। जरूरतों के मुताबिक हम हर दिन कुछ नया करते या सीखते रहते हैं। आजकल की दुनिया इंटरनेट से घिरी हुई है। किसी भी चीज का नाम इंटरनेट पर डालते ही उसकी पूरा जानकारी एक क्लिक में मिल जाती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसा ही कुछ हम अपने शरीर में नजर आने वाले लक्षणों के साथ भी करते हैं। आजकल हर पल जानकारी उपलब्ध है, इसलिए लक्षण दिखने पर लोग अक्सर गूगल का सहारा लेते हैं। यह भले ही हानिरहित लग सकता है, लेकिन कुछ ऐसे वॉर्निंग साइन्स हैं, जिन्हें आपको कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसी कंडीशन में मेडिकल हेल्प में देरी से कीमती समय बर्बाद हो सकता है और कभी-कभी तो जान भी जा सकती है। आइए मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटपड़गंज में इमरजेंसी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर और हेड डॉ. संजय जायसवाल से जानते हैं इन संकेतों के बारे में-
सीने में दर्द
डॉक्टर बताते हैं कि सीने में दर्द या दबाव इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले लक्षणों में से एक है। पसीना आना, सांस फूलना, मतली या हाथ, जबड़े या पीठ तक फैलने वाले दर्द के साथ सीने में किसी भी तरह की तकलीफ को इमरजेंसी कंडीशन माना जाना चाहिए। ये लक्षण हार्ट अटैक, जानलेवा रिदम डिसऑर्डर या एओर्टा के फटने (एओर्टिक डिसेक्शन) का संकेत हो सकते हैं।
शरीर के एक तरफ कमजोरी होना
लोग अक्सर शरीर के एक तरफ होने वाली कमजोर को भी इंटरनेट पर काफी सर्च करते हैं। साथ ही यह एक ऐसा लक्षण भी है, जिसे लोग इग्नोर भी करते हैं। हालांकि, इसकी अनदेखी भी आपके लिए हानिकारक हो सकती है। शरीर के एक तरफ अचानक कमजोरी आना, चेहरे का एक तरफ लटक जाना, बोलने में लड़खड़ाहट, इल्युजन, अचानक विजन लॉस या भयंकर सिरदर्द स्ट्रोक या ब्रेन में ब्लीडिंग का संकेत हो सकता है।
ऐसे मामलों में, हर मिनट की देरी स्थायी विकलांगता या मौत का खतरा बढ़ा देती है। डॉक्टर बताते हैं कि हमारे पास ऐसे मरीज आए हैं, जिन्होंने कमजोरी दूर करने के लिए मालिश करवाई और फिर 3-4 दिन बाद हमारे पास आए, जब तक बहुत देर हो चुकी थी। आपको जल्द से जल्द, अधिकतम 3-4 घंटों के भीतर, स्ट्रोक के लिए तैयार सेंटर में जाना चाहिए।
सांस लेने में तकलीफ
डॉक्टर बताते हैं कि सांस लेने में अचानक होने वाली कठिनाई को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अचानक सांस फूलना, तेज सांस लेना, होंठ या उंगलियों का नीला पड़ना या सांस फूलने के साथ सीने में दर्द होना दिल का दौरा, हार्ट फेलियर, पल्मोनरी ब्लड फ्लो में गड़बड़ी, गंभीर अस्थमा, न्यूमोथोरैक्स के लक्षण हो सकते हैं। तुरंत इलाज न मिलने पर ये स्थितियां तेजी से बिगड़ सकती हैं।
पेट में तेज दर्द
विशेषकर जब यह अचानक हो, बिगड़ता हुआ हो या उल्टी, बुखार, या पेट में अकड़न के साथ कुछ लक्षण इंटरनल ब्लीडिंग, आंत में छेद, पैक्रियाटाइटिस या रप्चर्ड एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का संकेत हो सकता है। यहां तक कि दिल के दौरे में भी, वास्तव में कई मामलों में पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होता है और मरीज इसे ‘गैस’ समझ लेते हैं। यह घातक साबित हो सकता है और हुआ भी है।
यह भी रखें ध्यान
अगर कोई लक्षण अचानक, गंभीर, तेजी से बिगड़ता हुआ या पूरी तरह से अपरिचित हो, तो उसे गूगल पर खोजने की कोशिश न करें। अगर आप गूगल पर खोज भी लें, तो तुरंत अपने नजदीकी हॉस्पिटल में जाएं। इमरजेंसी में, समय की बर्बादी शरीर के टिश्यू को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए सिर्फ इंटरनेट के भरोसे न रहें और एक्सपर्ट की मदद लें।
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