LHC0088 Publish time 2025-11-22 14:07:06

कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य के आदेश पर जांच शुरू, महिला कल्याण विभाग में हुईं थीं भर्तियां

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सांकेतिक तस्वीर।



जागरण संवाददाता, आगरा। महिला कल्याण विभाग में चार माह पूर्व हुई भर्तियों की जांच शुरू हो गई है। महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य के आदेश पर निदेशक संदीप कौर ने डीएम से रिपोर्ट मांगी है।

जुलाई 2025 में 18 पदों पर भर्तियां हुई थीं। एक ही परिवार के कई सदस्यों की नियुक्ति हो गई थी। शिकायतों के बाद भी इस प्रकरण की जांच नहीं कराई गई। यह भर्तियां तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी अजय पाल सिंह के कार्यकाल में हुई थीं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

कर्मचारियों को रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों में संचालित हेल्प डेस्क में तैनात किया गया है।प्रदेश सरकार के आदेश पर आगरा सहित अन्य जिलों में चाइल्ड हेल्प डेस्क खुली हैं। हेल्प डेस्क के लिए कर्मचारियों की भर्ती जुलाई 2025 में की गई।

आगरा में 18 कर्मचारियों को भर्ती किया गया। केस वर्कर, सुपरवाइजर सहित अन्य का वेतन साढ़े 15 हजार से लेकर 26 हजार रुपये के मध्य तय किया गया था। भर्ती में खेल की शिकायतें तत्कालीन जिला प्रोबेशन अधिकारी अजय पाल सिंह से की गई।

मगर, जांच कराने के बदले शिकायतों को दबा दिया गया। यहां तक उच्च अधिकारियों को भी भर्ती से संबंधित पूरी जानकारी नहीं दी गई। 50 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए। प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर ब्रजेश कुमार, सगी बहन ज्योति का भी चयन हुआ।

भर्ती में सबसे अधिक अभ्यर्थी बोदला और आवास विकास कालोनी क्षेत्र के हैं। इसकी शिकायत महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य से की गई। जिस पर मंत्री ने महिला कल्याण विभाग की निदेशक संदीप कौर को जांच के आदेश दिए।

निदेशक ने डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी से रिपोर्ट तलब की है। डीएम ने बताया कि जल्द ही जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी।


सामान खरीद में भी गड़बड़ी की शिकायत

जिला प्रोबेशन कार्यालय द्वारा हाल ही में बच्चों के लिए सामान खरीद की गई है। सामान खरीद में भी गड़बड़ी की शिकायत निदेशक से की गई है।
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