गोरखपुर विश्वविद्यालय में मास कम्युनिकेशन का इंस्टीट्यूट खोलने की तैयारी, 70 लाख का बनाया बजट
/file/upload/2025/11/7214605956601524225.webpदीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय डिजिटल शिक्षा, मीडिया रिसर्च और नवाचार के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। विश्वविद्यालय परिसर में इंस्टीट्यूट आफ मास कम्युनिकेशन स्थापित करने जा रहा है, जिसमें आधुनिक पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के विभिन्न आयामों पर आधारित कई नए रोजगारपरक कोर्स शुरू किए जाएंगे। फिल्म मेकिंग, वीडियो एडिटिंग, डिजिटल स्टोरीटेलिंग, पाडकास्ट प्रोडक्शन जैसे अत्याधुनिक कार्यक्रम इस संस्थान की विशेषता होंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विश्वविद्यालय प्रशासन ने रुसा (राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान) और मेरु (मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी) योजनाओं के अंतर्गत प्राप्त अनुदान से 70 लाख रुपये की लागत से एक हाई-टेक डिजिटल मीडिया लैब स्थापित करने की मंजूरी दे दी है। इस अत्याधुनिक लैब में अत्याधुनिक उपकरणों, साफ्टवेयर और स्टूडियो सुविधाओं का समावेश होगा, जिससे छात्र न केवल डिजिटल मीडिया टूल्स सीख सकेंगे बल्कि लाइव-स्ट्रीमिंग, डाक्यूमेंट्री निर्माण, ऑनलाइन टीचिंग कंटेंट और वर्चुअल प्रेजेंटेशन जैसी आधुनिक क्षमताओं को भी विकसित कर सकेंगे।
नई लैब विश्वविद्यालय को डिजिटल एजुकेशन-इकोसिस्टम का हब बनाएगी। नई शिक्षा नीति में सुझाए गए तकनीक आधारित आनलाइन शिक्षण माडल मूक्स, स्वयं और एमएमएस आधारित क्लासरूम को अब विश्वविद्यालय खुद कंटेंट बनाकर संचालित कर सकेगा। लेक्चर रिकार्डिंग, पॉडकास्टिंग, वर्चुअल रियलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कंटेंट निर्माण और मल्टीमीडिया प्रोडक्शन जैसे कौशल छात्रों को उद्योग जगत के योग्य बनाएंगे। विश्वविद्यालय का मानना है कि इसके माध्यम से संस्थान की अकादमिक और शोध गतिविधियों का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया, वेब प्लेटफार्मों और लाइव-स्ट्रीमिंग के जरिए देश-दुनिया तक पहुंच सकेगा।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में भी मिलेगा लाभ
विविध राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग फ्रेमवर्क में बेहतर प्रदर्शन करने से उत्साहित विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी इस पहल से भी इसे लेकर काफी उम्मीद है। विश्वविद्यालय का मानना है कि डिजिटल मीडिया लैब की स्थापना से परिसर की शोध क्षमता, आनलाइन आउटरीच और नवाचार गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी, जिससे नैक, एनआइआरएफ और टाइम रैंकिंग में भी महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा।
लैब में विद्यार्थियों को मिलेगी यह सुविधा
[*]रिकार्डिंग स्टूडियो : लेक्चर, इंटरव्यू, पाडकास्ट और वेबिनार रिकार्डिंग
[*]ग्रीन स्क्रीन स्टूडियो : वर्चुअल बैकग्राउंड के साथ प्रोफेशनल वीडियो शूट
[*]वायस रिकार्डिंग बूथ : उच्च गुणवत्ता वाली नरेशन और वायसओवर
[*]एडिटिंग रूम : वीडियो, आडियो और ग्राफिक्स की प्रोफेशनल एडिटिंग
[*]ऑनलाइन लर्निंग सेंटर : मूक्स व स्वयं जैसे कोर्स और एलएमएस आधारित डिजिटल क्लासरूम निर्माण
यह मीडिया लैब हमारे छात्रों को उद्योग जगत के लिए तैयार करेगी। मीडिया के विद्यार्थियाें को आधुनिक मीडिया टूल्स पर काम करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी तकनीकी दक्षता बढ़ेगी और वह प्रोफेशनल दुनिया में प्रतिस्पर्धी बनेंगे। यह पहल विश्वविद्यालय की शिक्षा गुणवत्ता को नई दिशा देगी और हमें नैक व एनआइआरएफजैसी रैंकिंग में भी मजबूती प्रदान करेगी।
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प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय
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