deltin33 Publish time 2025-11-22 06:36:56

Ranchi News: धर्मांतरण और चंगाई सभा का विरोध, 23 नवंबर को आदिवासी सरना बचाओ महारैली

/file/upload/2025/11/6885683538857524610.webp

धर्मांतरण और चंगाई सभा के विरोध में 23 नवंबर को आदिवासी सरना बचाओ महारैली। प्रतीकात्मक तस्वीर



जागरण संवाददाता, रांची। धर्मांतरण और चांद गांव में जारी चंगाई सभा के विरोध में विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा 23 नवंबर को आदिवासी सरना बचाओ महारैली आयोजित की जा रही है। इसी को लेकर आज धुर्वा सरना स्थल धूमकुड़िया परिसर में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

प्रेस वार्ता में मेघा उरांव और राम पहान ने संयुक्त रूप से कहा कि झारखंड के कई हिस्सों में अंधविश्वास को बढ़ावा देते हुए अवैध रूप से चंगाई सभाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें चांद गांव में झारखंड महाअभिषेक चर्च द्वारा संचालित सभा भी शामिल है।

नेताओं ने बताया कि महारैली के माध्यम से धर्मांतरण, चंगाई सभा और ईसाई बने लोगों द्वारा हड़पी गई परंपरागत जमीन जैसे पहनई, डाली, कटारी, कोटवार जमीन को बचाने का आह्वान किया जाएगा। इसके अलावा ईसाई ग्राम प्रधानों को पद से हटाने तथा मिशनरियों द्वारा अतिक्रमित सरना स्थलों की रक्षा के लिए जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा।

अंजलि लकड़ा ने कहा कि कुछ लोग गलत जानकारी फैलाकर रैली को विफल करने की साजिश कर रहे हैं, लेकिन यह प्रयास सफल नहीं होंगे। वहीं संदीप उरांव ने आश्वस्त किया कि रैली पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगी।

23 नवंबर को सुबह 11 बजे सभी आदिवासी समुदाय के लोग दसमाइल चौक, नामकुम (रांची) में एकत्र होकर पारंपरिक वेशभूषा और गाजे-बाजे के साथ चांद गांव स्थित सभा स्थल तक मार्च करेंगे। प्रेस वार्ता में सोमा उरांव, अजय भोक्ता, सन्नी टोप्पो उरांव, बुधराम बेदिया, पंचम भोक्ता और विश्वकर्मा पहान मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें- RIMS में अव्यवस्था और सरकारी दावे की खुलेगी पोल, हाई कोर्ट के आदेश पर झालसा करेगा जांच

यह भी पढ़ें- टाटानगर-बक्सर एक्सप्रेस समेत 9 ट्रेनों में 22-28 नवंबर तक लगेंगे अतिरिक्त कोच, वेटिंग वाले यात्रियों को बड़ी राहत

यह भी पढ़ें- Ranchi News: 300 करोड़ की चल-अचल संपत्ति के मालिक हैं पेयजल में तैनात निरंजन, पत्नी ब्रांडेड कंपनियों के शो रूम की मालकिन
Pages: [1]
View full version: Ranchi News: धर्मांतरण और चंगाई सभा का विरोध, 23 नवंबर को आदिवासी सरना बचाओ महारैली