Darbhanga News: अब तक 8815.46 क्विंटल हुई खरीदारी, धान की कटनी में तेजी नहीं आने से खरीद की रफ्तार धीमी
/file/upload/2025/11/597997602780096514.webpसरकारी दर पर धान की बिक्री के लिए 1005 किसानों ने कराया ऑनलाइन निबंधन। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा। जिले में वर्ष 2025-26 के लिए सरकारी दर पर किसानों से धान क्रय करने को लेकर विभाग ने आधी-अधूरी तैयारी की है। नतीजा, अभी तक किसानों से खरीदे गए धान का भुगतान काफी धीमी गति से हो रहा है। जिसके कारण किसान औने-पौने दाम में स्थानीय व्यापारियों के हाथों धान बेचने को मजबूर हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अभी तक जिले का धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। पिछले वर्ष निर्धारित लक्ष्य को आधार मानकर पैक्सों व व्यापार मंडल को किसानों से धान क्रय करने को कहा गया है।
पहली नवंबर से शुरू हुए धान क्रय को लेकर 21 नवंबर तक 37 समिति के माध्यम से 112 किसानों से 8815.5 क्विंटल धान खरीद की गई। जिले में धान की कटनी में तेजी नहीं आने के कारण अभी बिक्री की रफ्तार काफी धीमी है।
आगात खेती करने वाले किसान धान बेचने के लिए आनलाइन निबंधन कराना शुरू कर दिया है। अब तक 1005 किसानों ने निबंधन कराया है। बताया जा रहा है कि दिसंबर से धान की कटाई जोर पकड़ेगा।
वैसे जिन किसानों ने अभी धान की कटाई की है, उनके धान में नमी की मात्रा अधिक है। अभी धान में नमी की मात्रा 20 से 23 प्रतिशत बताई जा रही है। जबकि सरकारी नियम के तहत नमी की मात्रा 17 प्रतिशत होनी चाहिए।
सरकार का दावा है कि 48 घंटे में किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा, लेकिन भुगतान होने में एक सप्ताह लग जाता है। विभागीय निर्देश के आलोक में रैयत किसान अधिकतम 250 क्विंटल और गैर रैयत किसान अधिकतम 100 क्विंटल धान सरकारी दर पर बेच सकेंगे।
किसानों का दर्द-सरकारी दर पर बेचने से कोई फायदा नहीं
बहादुरपुर कपछाही के किसान महेश मुखिया, श्यामनंदन यादव, राधेश्याम यादव, संतोष मिश्र आदि कहते हैं कि सरकारी दर पर धान बेचने से कोई फायदा नहीं है। पैक्स नमी के नाम पर एक क्विंटल धान में 10 किलो की कटौती करते हैं। नमी रहने पर 15 से 20 किलो की कटौती करते हैं। अपना बोरा खरीद कर पैक्स को देना होता है। स्थानीय व्यापारियों को धान बेचने से यह सब झंझट नहीं रहता है।
छह राइस मिल ने कराया निबंधन
एसएफसी कार्यालय के रिपोर्ट के अनुसार अभी तक छह राइस मिल ने पैक्सों की ओर से किसानों से खरीदे जाने वाले धान की कुटाई के लिए निबंधन कराया है। इसमें पुष्पम राइस मिल, मिथिलांचल राइस मिल, बिउनी अंदामा पैक्स राइस मिल, महथौर पैक्स राइस मिल, बिठौली पैक्स राइस मिल और लालगंज पैक्स राइस मिल शामिल हैं।
पिछले वर्ष 80 हजार 212 मीट्रिक टन निर्धारित था लक्ष्य
वर्ष 2023-24 में सरकारी दर पर धान बेचने के लिए 4466 किसानों ने आनलाइन आवेदन किया था। इनमें से 296 किसानों से 28563.43 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई थी।
जिले में धान खरीद के लिए 80 हजार 212 मीट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था। सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2369 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। स्थानीय स्तर पर व्यापारी किसानों से 1700 से 1800 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीद रहे हैं।
जिले में वर्ष 2025-26 के लिए धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। पिछले वर्ष के लक्ष्य को आधार मानकर पैक्सों को किसानों से धान खरीद करने को कहा गया है। रैयत किसान अधिकतम 250 क्विंटल और गैर रैयत किसान 100 क्विंटल धान सरकारी दर पर बेच सकते हैं। धान निबंधित किसान से ही लिया जाएगा। चयनित पैक्सों को एक लाट का कैश क्रेडिट करने का निर्देश को-आपरेटिव बैंक दरभंगा के शाखा प्रबंधक को दिया गया है। अगले सप्ताह तक धान खरीद में तेजी आने की संभावना है। -अनिल कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी, दरभंगा।
विभाग से चयनित पैक्सों का एक लाट का कैश क्रेडिट करने का निर्देश प्राप्त हुआ है। चयनित 95 पैक्स के खाते में एक लाट कैश क्रेडिट कर दी गई है। अभी तक इन 95 पैक्सों में से 37 पैक्स ने कैश क्रेडिट को लेकर बैंक से एकरारनामा कराया है। 37 पैक्सों के माध्यम से 112 किसानों से धान की खरीद की गई है। अभी तक 58 किसानों का भुगतान किया जा चुका है। -श्याम कुमार वर्णवाल, बिहार स्टेट को-आपरेटिव बैंक लिमिटेड, दरभंगा।
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