कोर्ट में घुसकर अधिवक्ता ने न्यायिक अधिकारी को दी धमकी, नशे में फेंकीं फाइल, मुकदमा दर्ज
/file/upload/2025/11/4890505055761984969.webpजागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। न्यायालय में घुसकर अधिवक्ता ने महिला न्यायिक अधिकारी को धमकी दी। कोर्ट कर्मचारियों ने रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ मारपीट और धक्का-मुक्की की। आरोप है कि शराब के नशे में पहुंचे अधिवक्ता ने कोर्ट में फाइल भी फेंक दी। पेशकार ने अधिवक्ता के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। न्यायालय प्रथम अपर सिविल जज (जू.डि.) शिकोहाबाद के कोर्ट पेशकार विनीत कुमार ने तहरीर में बताया है कि 17 नवंबर को दोपहर 1.30 बजे अधिवक्ता आरएस यादव न्यायालय में आए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वह पीठासीन अधिकारी से मिलने की जिद करने लगे। इस पर उन्हें बताया गया कि अधिकारी अभी लंच कर रही हैं। उनसे पूछकर वह उन्हें मोबाइल पर बता देंगे। शाम पांच बजे उन्हें फोन से सूचना दी। आरोप है कि अधिवक्ता यादव नशे की हालत में न्यायालय में आए। फाइलों को उठाकर फेंकने लगे। वह न्यायिक अधिकारी के चैंबर में जाने लगे। इस पर अर्दली संदीप कुमार ने रोका तो उसे धक्का मारते हुए चैंबर में घुस गए।
न्यायिक अधिकारी ने जताई नाराजगी
न्यायिक अधिकारी ने नाराजगी जताई तो गुस्से में अभद्र टिप्पणी करने लगे। धमकी देने लगे। रोकने पर मारपीट करने पर आमादा हो गए। कोर्ट मोहर्रिर हरिकेश को धक्का मारा और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। न्यायिक अधिकारी के आदेश पर पेशकार ने मटसेना थाने में तहरीर दी है। तहरीर पर 18 नवंबर को मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अपर सिविल जज (जूडि), कोर्ट संख्या-दो न्यायालय के लिपिक महंत सिंह पटेल ने भी तहरीर दी है कि पीठासीन अधिकारी प्रशांत के न्यायालय में रिमांड ड्यूटी के लिए आए थे।
उसी समय अधिवक्ता राजेन्द्र कुमार उर्फ राजू यादव न्यायालय में आकर अभद्र टिप्पणी करने लगे। लिपिक और अर्दली गजेंद्र सिंह ने रोकने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। थानाध्यक्ष विमिलेश त्रिपाठी ने बताया कि दोनों मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है।
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