सिरसा: नशे की ओवरडोज से युवक की मौत, डेढ़ साल का बेटा अनाथ; ग्रामीण बोले- 70 रुपये में बिक रही संतरी रंग की गोलीम
/file/upload/2025/11/1997008567687520239.webpसिरसा: नशे की ओवरडोज से युवक की मौत। सांकेतिक फोटो
संवाद सहयोगी, डबवाली। गांव अबूबशहर में करीब सवा साल के बच्चे के पिता की मौत नशे की ओवरडोज से हो गई। जिसके बाद ग्रामीणों में गुस्सा देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने दावा किया कि 11 माह के दौरान एक गली में 11वें युवक की मौत हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गांव में चिट्टा, मेडिकल नशा सरेआम बिक रहा है। जिस युवक की मौत हुई है, उसके अविवाहित साले की मौत करीब तीन-चार माह पूर्व नशे की ओवरडोज से हुई थी। गली में रहने वाले एक अन्य युवक ने बताया कि दो माह पूर्व उसके भाई की मौत नशे का इंजेक्शन लगाने से हुई थी। नशे में प्रयोग होने वाली संतरी रंग की एक गोली 70 रुपये में मिल जाती है।
गांव अबूबशहर निवासी लालचंद ने बताया कि उसका बेटा प्रदीप घर में एक कमरे में अपने दोस्तों के साथ नशा करता था। दो दिन पूर्व नशे की ओवरडोज से उसकी सेहत बिगड़ गई थी। वे उपचार के लिए उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में ले गए। वहां से उसे सिरसा रेफर कर दिया गया।
उसके बेटे की नब्ज तक नहीं मिली थी। फिर एक निजी अस्पताल में उसे आइसीयू में रखा गया। बुधवार देर रात्रि उसकी मौत हो गई। प्रदीप के डेढ़ साल का एक बेटा है। यह पहला मामला नहीं है, जब नशे के कारण गली में मौत हुई हो। महज 300 फीट की दूरी में प्रदीप सहित 11 युवाओं की मौत नशे की ओवरडोज से हो चुकी है। मृतकों में एक प्रदीप का साला भी शामिल है।
वह इकलौता बेटा था। प्रदीप को पंजाब पुलिस ने चिट्टे समेत पकड़ा था। वह बठिंडा जेल में बंद भी रहा था। करीब तीन माह पूर्व जमानत पर घर लौटा था। उसके घर पर कई बार हरियाणा पुलिस ने दबिश दी है। लेकिन प्रदीप तथा उसके दोस्तों से कुछ बरामद नहीं हुआ था।
दो माह पहले हुई भाई की मौत
गांव अबूबशहर निवासी रवि ने बताया कि उसके भाई सिकंदर की मौत नशे की ओवरडोज से हुई थी। जिसे करीब दो माह बीत चुके हैं। वह चार बेटियों का पिता था। जैसे-जैसे सख्ती बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे नशे का मूल्य बढ़ता जा रहा है।
पहले संतरी गोली 20 रुपये में मिलती थी। फिर 50 की कर दी। अब 70 रुपये में बिकती है। उसका भाई गोलियों का घोल बनाकर गर्दन पर इंजेक्शन लगाता था। वह दो माह से ऐसा कर रहा था। रवि तथा लालचंद ने नशे की ओवरडोज से मरने वालों के नाम गिनाते हुए कहा कि पुलिस रेड करती है।
नशे में प्रयोग होने वाला सामान बरामद होता है। लेकिन आरोपित छूट जाता है। वजह बताई जाती है कि संतरी रंग की गोली एनडीपीएस में नहीं आती है।
नशे की ओवरडोज से मौत होने के मामले में कल रिपोर्ट हुई है। एक गली में कुछ माह में ही 11 युवाओं की नशे से मौत होने के मामलों की जानकारी नहीं है। नशे के खिलाफ पुलिस पूरा प्रयास कर रही है।
- निकिता खट्टर, एसपी, डबवाली।
Pages:
[1]