सरकारी स्कूल के ऊपर से गुजरा हाईटेंशन तार, बच्चों को खतरा बरकरार; तीन साल बाद भी हटाने को नहीं मिला बजट
/file/upload/2025/11/263313794550498482.webpजागरण संवाददाता, चंदौली। विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण जनपद के 64 परिषदीय विद्यालयों के नौनिहालों की जान खतरे में बनी हुई है। विद्यालय परिसर के ऊपर से गुजरे हाईटेंशन तार से कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है। हालात यह है कि शिकायत के बावजूद विभाग तार को हटाने में रुचि ही नहीं ले रहा।कारण तीन साल पूरे होने को हैं और बजट नहीं मिल सका है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जनपद में 1,185 परिषदीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा। इनमें 1.87 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। चाहे शहाबगंज विकास खंड में स्थापित विद्यालय हों या फिर नौगढ़, शिकारगंज, सकलडीहा, धानापुर सहित अन्य विकास क्षेत्रों के विद्यालय। विद्यालयों के परिसर में कहीं ट्रांसफार्मर लगाया गया है तो अन्य विद्यालयाें के ऊपर मध्य से हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं।
इससे बराबर दुर्घटना का भय बना रहता है। चकिया विकास खंड के कंपोजिट विद्यालय मुड़हुआ दक्षिणी को ही लें तो विद्यालय के मध्य से गुजरे हाईटेंशन तार को नहीं हटाने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। कमोवेश यही हाल शिकारगंज के डेढौना गांव में प्राथमिक विद्यालय गेट के पास टूटे हुए खंभे को जुगाड़ से खड़ा करने का है।
इसी तरह बरहनी के अमड़ा ग्राम में प्राथमिक विद्यालय परिसर में विद्युत ट्रांसफार्मर व हाईटेंशन तार है। बारिश के समय अक्सर विद्युत पोल में करंट उतर जाता है। पूर्व में तीन लोग करंट से जख्मी भी हो चुके हैं।
इतने स्कूल हाईटेंशन तार की जद में
जिन स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं। इसमें बरहनी विकास खंड में 14, धानापुर ब्लाक में 10, सकलडीहा में 12, नियामताबाद में चार, शहाबगंज व सदर में सात-सात, चकिया और नौगढ़ विकास खंड में पांच-पांच विद्यालय शामिल हैं।
बिजली विभाग की ओर से 77 लाख 902 रुपये का स्टीमेट बनाया गया है। इसे दिसंबर 2023 में शासन को अवगत कराते हुए धनराशि की मांग की गई थी। परिषदीय विद्यालयों में हाई टेंशन तार को हटाने के लिए विद्युत विभाग को पत्र लिखा गया है। जल्द ही इस ओर ठोस पहल कर कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।
-सचिन कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
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