इस पड़ोसी देश में मिली सोने की खदान, 17 लाख करोड़ से ज्यादा है कीमत; क्या बदल देगा ये भविष्य की तस्वीर?
/file/upload/2025/11/1677946705375694582.webpनई दिल्ली। आज सोना (Gold Price) आर्थिक स्थिति और मजबूती का प्रतीक है। ये सिर्फ एक धातु नहीं है। सोना किसी भी देश की वित्तीय स्थिति को भी दर्शाता है। वैश्विक तौर पर जब भी अस्थिरता आती है, तब लोग सोने की ओर बढ़ने लगते हैं। अलग-अलग देश के केंद्रीय बैंक भारी मात्रा में सोना खरीदते हैं। क्योंकि इसे सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हमारे पड़ोसी देशों में से एक चीन में सोने की खदान मिली है। इस खदान में 1440 टन सोन पाया गया है, जिसकी कीमत 17 लाख करोड़ से भी ज्यादा है। चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में इस खोज की पुष्टि की थी।
कहां मिला सोना?
पूर्वोत्तर चीन के लियाओनिंग प्रांत के पहाड़ी इलाके में 21वी सदी के सबसे महत्वपूर्ण सोने की खोज हुई है। इस खदान में 1440 टन से ज्यादा सोना है, जिसकी कीमत 192 अरब डॉलर या 17 लाख करोड़ से ज्यादा है।
चीन के द्वारा हुई ये खोजइस अस्थिरता के महौल में मौजूदा वित्तीय स्थिति को बड़ा मोड़ दे सकता है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चीन दादोंगगो को बड़ी गोल्ड सप्लाई चैन हब बनाने में लगा हुआ है। इसमें खनन, प्रगलन(सोने को हाई टेंपरेचर में हीट करना ),प्रोसेसिंग और ज्वेलरी बनाना शमिल हैं।
चाइना डेली की रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड हब बनाने के लिए तीन संस्थान चाइना नेशनल गोल्ड ग्रुप, लिओनिंग मिनरल जियोलॉजी ग्रुप और यिंगकोऊ म्युनिसिपल गवर्नमेंट ने 20 बिलियन युआन (लगभग 25 करोड़ से ज्यादा) की डील करने का फैसला किया है। साल 2027 इसे पूरा करने का टारगेट रखा गया है।
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कितना है भारत के पास सोना?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक सितंबर 2025 तक भारत के पास 880.2 टन गोल्ड मौजूद था। अन्य भारत पूरी दुनिया में गोल्ड होल्डिंग के मामले में 9वें स्थान पर आता है। वहीं चीन सातवें स्थान पर आता है। सितंबर 2025 तक चीन के पास 2303.5 टन सोना था।
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