कपड़े उधार न देने पर दुकानदार को लाठी-डंडों से धुना, पुलिस ने कहा- आपसी मामला है; व्यापारियों में आक्रोश
/file/upload/2025/11/3751175068749703141.webpजागरण संवाददाता, मथुरा। तीर्थ स्थल बरसाना में पुलिस की उदासीनता के चलते असामाजिक तत्व बैखौफ नजर आ रहे हैं। कुछ दिन पहले दुकान बंद होने पर सिगरेट न देने पर एक व्यक्ति द्वारा पिस्टल दिखाकर दुकानदार को धमकाया गया।
वहीं, गुरुवार को कपड़े उधार न देने पर असामाजिक तत्वों ने दुकानदार को बुरी तरह से पीटा। दोनों घटना को लेकर व्यापार वर्ग में रोष व्याप्त है। स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे है।
राजस्थान के सुनहरा के रहने वाले दीपक की बरसाना के नया बस स्टैंड के समीप वैष्णवी कलेक्शन के नाम से कपड़े की दुकान है। गुरुवार शाम सात बजे दीपक अपनी दुकान पर बैठे थे। तभी डभाला गांव के रहने वाले दो युवक कपड़ा खरीदने दुकान पर आए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस दौरान कपड़ा खरीदने के बाद दुकानदार दीपक ने उधार देने से मना कर दिया। इसके बाद दुकानदार व युवकों में कहासुनी व गाली-गलौच हो गई। उक्त युवक अपने साथ के आठ-दस युवकों को ले आया। सभी युवक लाठी-डंडा लेकर दुकानदार पर टूट पड़े।
दुकानदार को पीटता देख आपपास के दुकानदार उसे बचाने दौड़े, जिसके बाद उक्त युवक भाग खड़े हुए। वहीं, सरेआम व्यापारी के साथ हुई मारपीट की घटना से स्थानीय व्यापारियों में रोष व्याप्त है। कुछ दिन पूर्व ही ही पुराना अड्डा पर चाय की दुकान बंद होने पर सिगरेट न देने को लेकर एक व्यक्ति द्वारा दुकानदार को पिस्टल दिखाकर डराया धमकाया गया। हाल ही में घटी दोनों घटना को लेकर स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
व्यापार मंडल के नगर उपाध्यक्ष भोला पंडित ने कहा कि घटना से ऐसा लगता है कि व्यापारी सुरक्षित नहीं है। स्थानीय निवासी करन ठाकुर का कहना है कि पूर्व में पिस्टल दिखाकर एक चाय वाले दुकानदार को धमकाया गया। वहीं अब उधार न देने पर दुकानदार को पीटा गया। कस्बा इंचार्ज अंशुमान विश्नोई ने बताया कि दुकानदार के साथ हुई मारपीट का मामला आपसी है।
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