टाइम्स रैंकिंग में चमका MMUT, गोरखपुर विश्वविद्यालय ने पहली बार बनाई जगह
/file/upload/2025/11/792135647174386009.webpएमएमयूटी, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। टाइम्स हायर एजुकेशन दी इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग-2026 में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का नाम चमका है। उसे प्रदेश भर के राज्य विश्वविद्यालय मेंं दूसरा स्थान मिला है। पहला स्थान महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली को मिला है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उधर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने पहली बार इस रैंकिंग में जगह बनाई है। विश्वविद्यालय ने इस वैश्विक रैंकिंग में पहली बार भाग लेते हुए भारत के अग्रणी, शोध-प्रधान और प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ प्रतिस्पर्धा की है।
प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस रैंकिंग में प्रदेश के तकनीकी विश्वविद्यालयों में से मात्र मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को शामिल किया गया है। विश्वविद्यालय ने न केवल राज्य में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपना स्थान बनाया है।
प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को सातवां स्थान प्राप्त हुआ है। विश्व स्तर पर इस विश्वविद्यालय को 501-600 रैंक बैंड में स्थान मिला है। प्रोसेस मानक बिंदु में 58.3 अंक प्राप्त कर एमएमयूटी ने प्रदेश के सभी संस्थानों को पीछे छोड़ दिया है।
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गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया है कि प्रदेश के चार विश्वविद्यालय टाइम्स हायर एजुकेशन दी इंटरडिसिप्लिनरी साइंस रैंकिंग-2026 में शामिल हुए हैं। भारत के 103 उच्च शिक्षा संस्थानों ने इसमें भाग लिया था। जिनमें से 88 संस्थानों को रैंक प्राप्त हुई। इनमें 14 राज्य विश्वविद्यालय शामिल हैं, जिनमें से चार राज्य विश्वविद्यालय प्रदेश के हैं।
रैकिंग में एमएमयूटी की स्थिति
[*]रैंक बैंड- 501-600
[*]कुल स्कोर- 33.4-37.6
[*]इनपुट- 19.8
[*]प्रोसेस- 58.3
[*]आउटपुट- 36.3
रैंकिंग में गोवि की स्थिति
[*]रैंक बैंड- 801
[*]कुल स्कोर- 8.8-24.2
[*]इनपुट- 7.8
[*]प्रोसेस- 37.5
[*]आउटपुट- 20.8
यह उपलब्धि केवल गोरखपुर विश्वविद्यालय के सामूहिक समर्पण, कड़ी मेहनत और शैक्षणिक प्रतिबद्धता का परिणाम ही नहीं बल्कि शोध की दिशा में विश्वविद्यालय की ओर से किए गए प्रयास का प्रमाण-पत्र है। इसके लिए विश्वविद्यालय के शोधार्थी बधाई के पात्र हैं।
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-प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय
यह रैंकिंग हमारे संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और छात्रों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। अंतरानुशासनिक अनुसंधान आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और एमएमएमयूटी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारा लक्ष्य विश्व के शीर्ष अंतरानुशासनिक विज्ञान संस्थानों में स्थान बनाना है।
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प्रो. जैपी सैनी, कुलपति, एमएमयूटी
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