cy520520 Publish time 2025-11-21 00:39:39

यह महज संयोग है या कुछ और...महिला पर तीन बार हमला कर चुका गुलदार, जान तो बची, लेकिन अब यह है स्थिति

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शेरकोट के गांव नूरपुर छीपरी में गुलदार हमले के बारे में जानकारी देतीं ऋतुराज देवी। जागरण



संवाद सूत्र, जागरण, शेरकोट (बिजनौर)। क्षेत्र में गुलदार के हमलों से ग्रामीणों में भय व्याप्त है। आए दिन गुलदार ग्रामीण व बेसहारा पशुओं पर हमला करते रहते हैं। उधर, क्षेत्र के गांव नूरपुर छीपरी में एक मामला ऐसा सामने आया है, जिसने गांव निवासी 32 वर्षीय महिला ऋतुराज देवी में डर बैठ गया है। इसे संयोग कहें या कुछ और, लेकिन ऋतुराज देवी पर बीते चार माह में गुलदार तीन बार हमला कर चुका है। जिससे महिला व उनका परिवार दहशत में है। महिला ने अब खेतों में भी जाने से साफ इन्कार कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

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शेरकोट के गांव नूरपुर छीपरी निवासी ऋतुराज देवी पत्नी पंकज कुमार पर 13 नवंबर को गुलदार ने खेत में हमला कर दिया था। ऋतुराज देवी दोपहर में खेत पर गन्ना छील रही थी कि इसी दौरान पीछे से आए गुलदार ने गर्दन पर हमला किया, लेकिन वे बाल-बाल बच गईं। उनके कंधे पर गुलदार के पंजे से खंरोंच आ गईं। महिला की चीख सुनकर आसपास के ग्रामीण पहुंचे, जिससे गुलदार भाग गया। ऋतुराज की जान तो बच गई पर अब वह गहरे सदमे में है।

तीन बार हो चुका है हमला
ऋतुराज बताती हैं कि अभी तक गुलदार उन पर तीन बार हमला कर चुका है। वे ईश्वर को धन्यवाद देती हैं कि हर बार ईश्वर ने उनकी रक्षा की, जिससे जान बच गई। सबसे पहले इसी वर्ष 13 जुलाई को उस समय हमला किया, जब वे दोपहर में खेत की मेढ़ पर बैठी थीं।

ऋतुराज के मुताबिक गुलदार ने पीछे से आकर हमला किया, जिससे उसकी चोटी में लगा क्लिप मुंह में आ गया। उन्होंने मुड़ कर देखा तो गुलदार देखकर चीख निकल गई। पास में मौजूद पति ने बचाया। यह घटना ऋतुराज भूली भी नहीं थी कि आठ सितंबर को फिर से खेत में शाम के समय दोबारा हमला बोला, लेकिन उन्होंने भाग कर जान बचाई। अब 13 नवंबर में उसी स्थान पर तीसरा हमला हुआ है।

खेतों पर नहीं जाऊंगी अब
इसे संयोग कहें या कुछ और कि ऋतुराज पर ही तीन बार गुलदार का हमला हो चुका है, लेकिन वे बाल-बाल बच गई हैं। गुलदार के हमले से अब वे इतनी दहशत में हैं कि उन्होंने खेत पर जाने से साफ मना कर दिया है। ऋतुराज का परिवार भी दहशत में है। परिवार का कहना है कि हमला करने वाला गुलदार एक ही है। हालांकि इस बारे में धामपुर रेंज के डिप्टी रेंजर हरदेव सिंह का कहना है कि महिला पर हमले के बाद गांव पिंजरा लगाया गया था। हमला करने वाला एक ही गुलदार है, इस बारे में स्पष्ट नहीं किया जा सकता है।
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