मेरठ में मेट्रो पहुंचने के बाद अब शुरू होगा सड़क चौड़ीकरण का काम, मगर तरीके से लोग परेशान
/file/upload/2025/11/7020525969076314451.webpजागरण संवाददाता, मेरठ। रेलवे रोड चौराहे से घंटाघर की तरफ मंगलवार की दोपहर मोटर साइकिल से आ रहे विक्की और सुबोध घंटाघर पर मिले। दोनों ने बताया कि इस 1200 मीटर दूरी को पूरा करने में 12 से 15 मिनट का समय लगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
साइकिल सवार राजकुमार ने बताया कि उसे तो 20 मिनट लग गए। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चार पहिया वाहन को इस दूरी को पार करने में कितना समय लग रहा होगा।इसका मुख्य कारण इस रोड का बेतरतीब से हो रहा चौड़ीकरण है।
वाहनों के निकलने के लिए बिना कोई व्यवस्था किए रोड के बीच में खंबे गाड़ दिए गए। ऊर्जा निगम सड़क के साइड में खोदाई करके केबिल डाल रहा है। डिवाइडर को तोड़ा नहीं गया। जिस कारण यहां हर दिन जाम लग रहा है।
यह होनी चाहिए थी व्यवस्था
- ऊर्जा निगम के केबलों को खोदाई करके दबाना चाहिए था, जो अब दबाए जा रहे हैं।
- एक तरफ की सड़क को पूरा तैयार कर देना चाहिए था।
- एक तरफ की सड़क तैयार होने के बाद डिवाइडर वाले खंबे लगने चाहिए थे, जो पहले ही लगा दिए गए।
- यह सब होने से यातायात का आवागमन होता रहता और जाम नहीं लगता।
पांच मीटर से आठ मीटर चौड़ी होनी है सड़क
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सत्येंद्र सिंह ने बताया कि यह प्रस्ताव राज्यसभा सदस्य डा लक्ष्मीकान्त बाजपेयी का है। वर्तमान में यह सड़क पांच मीटर चौड़ी है, जिसे आठ मीटर चौड़ा किया जाना है।
इसे सवा करोड़ के बजट से बनाया जा रहा है। उनका कहना है कि अभी केवल डिवाइडर की लेन सीधी करने के लिए खंबे लगाए है। सड़क चौड़ीकरण का जब काम शुरू होगा तो वाहनों के आवागमन के लिए विकल्प भी दिया जाएगा।
अतिक्रमण भी यहां जाम की एक बड़ी वजह
रेलवे रोड चौराहे से लेकर घंटाघर तक हर तरह की दुकानें है। खाने पीने वाली दुकानों के सामने दुपहिया वाहन खड़े हो जाते हैं। जिस कारण वाहनों के निकलने का रास्ता नहीं रहता है। साथ ही दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर सामान रख लेते हैं। जिस कारण यहां पर जाम लगता है।
एसपी सिटी के सामने पुलिस तो है, लेकिन आफिस में करते हैं आराम
हैरत की बात तो यह है कि रेलवे रोड चौराहे से लेकर घंटाघर तक सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। यहां हर दिन जाम लग रहा है। बावजूद इसके पुलिस की कोई व्यवस्था नहीं है। घंटाघर पर ही पुलिस चौकी है, लेकिन पुलिस चौकी के अंदर आराम करती रहती है। जाम लगे या ना लगे। यह आलम तो तब है, जब यहां पर एसपी सिटी का भी आफिस है। पूरे 1200 मीटर में कहीं पर भी पुलिस यातायात व्यवस्था को संभालते हुए नहीं मिलेगी।
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