172 का मटर @ 36 और 45 का गेहूं बीज @ 25 रुपये प्रति किग्रा...किसानों को सरकार का तोहफा
/file/upload/2025/11/8073781573261268481.webpBihar News: पहले से सस्ता उपलब्ध होगा इस बार बीज। जागरण
संवाद सहयोगी, झंझारपुर (मधुबनी)। Bihar News: किसानों के लिए खुशखबरी है। सरकार ने कृषि विभाग के माध्यम से अनुदानित दर पर गेहूं और मटर के बीज का वितरण शुरू कर दिया है। यह बाजार की दर से काफी कम कीमत पर किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। वितरण व्यवस्था को आधार से जोड़ दिया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मधुबनी के लखनौर प्रखंड में गेहूं के अनुदानित बीज का वितरण बीते दो दिनों से किसानों के बीच किया जा रहा है। यह बीज वितरण प्रखंड के ई-किसान भवन में हो रहा है। पूरे दिन बीज वितरण के दौरान किसानों ने परेशानी के कारण हंगामा किया।
हलांकि यह हंगामा इतना तेज नहीं था कि विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो। हंगामा का कारण आधार से किसान का बायोमेट्रिक मिलान था। बीच बीच में मशीन मिलान करना एकदम बंद कर दे रही थी। हंगामा के बीच ही बीज का वितरण भी किया गया।
इस बार इस प्रखंड के लिए दस वर्ष से कम आयु के गेहूं के अनुदानित बीज के वितरण का लक्ष्य सात सौ क्विंटल है। अभी 1050 बैग मतलब 420 क्विंटल आया है। दो दिनों के वितरण में करीब साढे तीन सौ क्विंटल बीज का वितरण हुआ है।
गेहूं के बीज का वास्तविक मूल्य 45 रुपये प्रति किलो है, लेकिन अनुदान के आधार पर बीज किसानों को मात्र 25 रुपये प्रति किलो दिया जा रहा है। 40 किलो का बैग 1000 रुपये में किसानों को दिया जा रहा है। एक किसान को अधिकतम पांच बैग बीज देने का ही प्रावधान है।
मटर का भी बीज आया
लखनौर में मटर की खेती के लिए भी अनुदानित बीज की खेप पहुंची है। यह बीज पहले के वर्ष में अनुदान के साथ 85 रुपये प्रति किलो किसान को उपलब्ध हुआ था, लेकिन सरकार ने इस बार इसकी कीमत घटा दी है। यह अनुदान के साथ मात्र 36 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिलेगा।
इसका वितरण जल्द शुरू होने की संभावना है। यह भी जानकारी मिली कि इस बार मटर के बीज का वास्तविक कीमत 172 रुपये प्रति किलो है जिस पर 136 रुपये अनुदान सरकार दे रही है। लक्ष्य 15 क्विंटल बीज वितरण का है।
इस क्षेत्र के किसान रबी की खेती प्रचुर मात्रा में करते हैं। माना जा रहा है कि सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले से छोटे और सीमांत किसानों को बहुत राहत होगी। बीच की आपाधापी और गलत किस्म की बीच खरीदने से बच जाएंगे।
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