कानपुर का गैंग्स्टर पप्पू स्मार्ट का बेटा जैन कालिया दिल्ली से गिरफ्तार, लंबे समय था फरार
/file/upload/2025/11/6205034569103523681.webpजागरण संवाददाता, कानपुर। जेल में बंद गैंग्स्टर पप्पू स्मार्ट के बेटे जैन कालिया को कोतवाली पुलिस ने मंगलवार शाम दिल्ली के द्वारिकापुरी नंद विहार से गिरफ्तार किया है। बुधवार को उसे कोर्ट से जेल भेजा गया। उसके खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चकेरी के काजीखेड़ा निवासी कांग्रेस नेता व अधिवक्ता संदीप शुक्ला ने नौ अगस्त 2025 को कोतवाली थाने में अखिलेश दुबे, पप्पू स्मार्ट, उसके बेटे जैन कालिया, आमिर बिच्छू, मो.शोएब, फराज, रामेन्द्र उर्फ गुड्डू, अमिता यादव, हर्षित यादव, मीनेश यादव पर रंगदारी मांगने, धमकी व गालीगलौज की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि राजा ययाति के किले और लोक निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोपित गैंग्स्टर पप्पू स्मार्ट के गिरोह पर मुकदमा दर्ज कराया था। इससे रंजिश मानकर गिरोह के सदस्यों ने अखिलेश दुबे के साथ मिलकर उन पर पाक्सो आदि धाराओं में दो झूठे मुकदमे दर्ज करा दिए।
बाद में मुकदमे खत्म कराने के नाम पर 10 लाख रुपये रंगदारी मांगी, लेकिन पुलिस की जांच में आरोप झूठे मिलने पर मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लग गई, जिसके बाद अखिलेश ने वाट्सएप काल करके कार्यालय बुलाया और अंतिम रिपोर्ट का प्रोटेस्ट दाखिल करने की धमकी देकर 10 लाख रुपये मांगे। उन्होंने पीड़िताओं को 50-50 हजार रुपये दिए। इसके बाद भी अखिलेश दुबे रुपये मांगता रहा।
कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमे की विवेचना के बाद अखिलेश दुबे, मो. आसिफ उर्फ पप्पू स्मार्ट, रामेंद्र गुप्ता उर्फ गुड्डू व अमिता यादव के खिलाफ रंगदारी वसूलने, धमकी व गाली-गलौज, षडयंत्र रचने, झूठे सबूत गढ़ने, झूठे आरोप लगाने की धाराओं में चार्जशीर्ट कोर्ट में भेजी थी। हालांकि मुकदमे का आरोपित पप्पू स्मार्ट का बेटा जैन कालिया तबसे फरार था।
एसीपी आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि जाजमऊ गल्ला गोदाम निवासी जैन कालिया को सर्विलांस टीम की मदद से कोतवाली थाना पुलिस ने दिल्ली के द्वारिकापुरी नंद विहार से गिरफ्तार किया है। बुधवार को उसे जेल भेजा गया है। जैन के खिलाफ चकेरी थाने में पांच और कोतवाली थाने में दो मुकदमे सहित एक दर्जन से अधिक एफआइआर दर्ज हैं।
लंबे समय से जारी था वारंट
जैन कालिया पुलिस के लिए पहेली बना था। लंबे समय से उसके खिलाफ वारंट जारी था, मगर वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था। माना जा रहा है कि पिंटू सेंगर हत्याकांड के जब पूरा गैंग जेल में बंद था, उस समय जैन कालिया ने ही सभी की जमानत कराने में मदद की थी।
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