वोटर लिस्ट से नाम कटने का डर, SIR के लिए बीएलओ को ढूंढ रहे मतदाता
/file/upload/2025/11/7698628277200578022.webpवोटर लिस्ट सफाई या वोटर सफाया? गाजियाबाद में SIR से दहशत, BLO के गायब होने से लोगों में दहशत
राहुल कुमार, साहिबाबाद। जिला प्रशासन ने सभी बीएलओ को घर-घर जाकर विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन मतदाता अपने-अपने बीएलओ को ढूँढ़ने में लगे हैं, लेकिन उन्हें मिल नहीं रहे हैं। कई इलाकों में चार बीएलओ तैनात हैं, लेकिन सिर्फ़ दो ही पहुँच रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नतीजतन, उन बूथों के निवासी एसआईआर के लिए भटक रहे हैं। ट्रांस हिंडन के कई इलाकों में यह समस्या बनी हुई है। लोगों को डर है कि कहीं उनका नाम वोटर लिस्ट से न कट जाए, क्योंकि एसआईआर की आखिरी तारीख 4 दिसंबर तय की गई है। दैनिक जागरण की एक टीम ने इसकी पड़ताल के लिए कई इलाकों का दौरा किया। पेश है साहिबाबाद से राहुल कुमार की रिपोर्ट...
वैशाली सेक्टर 2-बी स्थित साधना अपार्टमेंट में नहीं पहुंचे बीएलओ
बुधवार को दैनिक जागरण की एक टीम दोपहर करीब 1:30 बजे वैशाली सेक्टर 2-बी स्थित साधना अपार्टमेंट पहुँची। वहाँ करीब 300 परिवार रहते हैं। निवासियों ने बताया कि अभी तक कोई बीएलओ नहीं आया है। इससे लोगों को डर है कि कहीं उनका नाम वोटर लिस्ट से न कट जाए। स्थानीय निवासी सुनील वेद ने बताया कि एसआईआर फॉर्म भरना तो दूर की बात है, अभी तक बीएलओ भी नहीं पहुंचे हैं। इससे लोग परेशान हैं। अगर रविवार तक कोई नहीं आता है तो जिला प्रशासन से शिकायत करेंगे।
एसआईआर के लिए भटक रहे हैं लोग
दोपहर करीब तीन बजे दैनिक जागरण की टीम वार्ड छह के टीला मोड़ स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी पहुंची। इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के डी-ब्लॉक के मतदाता चार बूथों पर वोट डाल रहे हैं। इनमें से दो बूथों के बीएलओ रोजाना कॉलोनी में आ रहे हैं। वे आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर काम भी करते पाए गए।
बूथ संख्या 468 और 469 के बीएलओ अभी तक नहीं पहुंचे हैं। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष सतीश भारद्वाज ने बताया कि इन दोनों बूथों पर करीब 200 से 250 मतदाता हैं, जिनके एसआईआर फॉर्म भरने की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। इससे उन्हें परेशानी हो रही है।
एसआईआर की समय सीमा बढ़ाई गई, लोगों को ढूंढना मुश्किल
बीएलओ के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि एक ही इलाके के लोग सूची में अलग-अलग जगहों पर दिखाई देते हैं। फॉर्म भरने के बाद, उन्हें उसी इलाके में वापस लौटना पड़ता है। दैनिक जागरण की टीम दोपहर करीब 12 बजे शालीमार गार्डन एक्सटेंशन 2 पहुँची।
यहाँ बीएलओ सीमा मिश्रा एसआईआर फॉर्म भरती और निवासियों को जागरूक करती नज़र आईं। पूर्व आरडब्ल्यूए अध्यक्ष जुगल किशोर और पवन रेड्डी उनकी मदद कर रहे थे। जुगल किशोर का कहना है कि शालीमार गार्डन के ए, बी और सी ब्लॉक और शालीमार गार्डन एक्सटेंशन 1 और 2 में बड़ी संख्या में मतदाता हैं। बीएलओ की संख्या और एसआईआर की समय सीमा बढ़ाई जानी चाहिए।
ये समस्याएं आ रही हैं
[*]बीएलओ कई इलाकों में नहीं पहुंच पा रहे हैं।
[*]मकान संख्या 2003 की विधानसभा सूची में नहीं है।
[*]इससे बीएलओ को घरों का पता लगाने में परेशानी हो रही है।
[*]घर पर मतदाता न मिल पाने के कारण समस्या आ रही है।
[*]कई जगहों पर लोग फॉर्म भरने से मना कर रहे हैं।
[*]लोग फोटो और अन्य दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।
एसआईआर प्रक्रिया चल रही है, लेकिन लोग अभी भी इसे लेकर संशय में हैं। ज़िला प्रशासन को पहले इलाके के लोगों को इसके बारे में जागरूक करना चाहिए। लोग फॉर्म भी ठीक से नहीं भर पा रहे हैं।
-धीरेंद्र भदौरिया, अध्यक्ष, आरडब्ल्यूए, वैशाली सेक्टर 3-एफ।
2003 की मतदाता सूची के कारण नाम ढूँढने में दिक्कत आ रही है; यहाँ तक कि जो लोग पहले से वहाँ रह रहे हैं, उनके नाम भी गायब हैं।
-अनिल कुमार राजपूत, निवासी, वैशाली।
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