cy520520 Publish time 2025-11-20 02:38:04

जब तक मरा नहीं, तब तक सिर पर मारते रहे ईंट; 7 माह पहले भतीजी से छेड़छाड़ का नाबालिग की हत्या कर लिया बदला

/file/upload/2025/11/8832688921889062433.webp



जागरण संवाददाता, हापुड़। थाना पिलखुवा पुलिस ने एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड का महज 48 घंटे के अंदर पर्दाफाश किया है। दरअसल, भतीजी से छेड़छाड़ का बदला लेने को उसके चाचा ने अपने दोस्त से मिलकर थाना पिलखुवा क्षेत्र से 15 वर्षीय किशोर हिमांशु उर्फ कलुआ का अपहरण किया। इसके बाद गाजियाबाद के गांव दतैड़ी-नहाली के जंगल में ईंट मार कर हत्या कर दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

मामले में देर रात दोनों हत्यारोपियों को गाजियाबाद के थाना भोजपुर क्षेत्र के गांव कनकपुर के सचिन उर्फ पस्सू और जिला बुलंदशहर के थाना शिकारपुर क्षेत्र के गांव मानपुर रामपुर के पुष्पेंद्र को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर शव के साथ-साथ हत्या में इस्तेमाल ईंट के टुकड़े, जले हुए कपड़ों की राख और जली चप्पलों के अवशेष भी बरामद किए गए हैं।

एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि 17 नवंबर 2025 की शाम को जिला गाजियाबाद के थाना भोजपुर क्षेत्र के गांव कनकपुर का हिमांशु उर्फ कलुआ (15 वर्षीय) अपने मामा जितेंद्र गांव दतेड़ी गेट के पास पिलखुवा की सीमा स्थित प्राॅपर्टी डीलिंग के कार्यालय पर था। तभी गांव के ही सचिन उर्फ पस्सू और उसका दोस्त पुष्पेंद्र वहां पहुंचे और हिमांशु को खल (चारा) की बोरी लाने के बहाने अपनी बाइक पर बिठाकर ले गए। इसके बाद हिमांशु घर नहीं लौटा।

परेशान स्वजन ने 19 नवंबर की रात थाना पिलखुवा में गुमशुदगी दर्ज कराई। किशोर की बरामदगी के लिए त्वरित टीम गठित की गई। जिसके बाद पुलिस ने हिमांशु के शव को गांव नहाली-दतैड़ी के जंगल से बरामद किया था। मृतक का मुंह ईंट से कुचला हुआ था। ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके। मृतक के कपड़े तक जला दिए गए थे।
ठंडे दिमाग से रची गई खौफनाक साजिश

मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने पुलिस ने सचिन उर्फ पस्सू और पुष्पेंद्र को दतैड़ी मार्ग से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने जो बताया उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो गए। सचिन उर्फ पस्सू ने बताया कि पुष्पेंद्र उसका दोस्त है। दोनों पहले हिंदुस्तान लीवर कंपनी में काम करता थे। वर्तमान में पुष्पेंद्र पिलखुवा के रिलायंस रोड स्थित मैक्स कंपनी में काम करता है।

वहीं, गांव खेड़ा स्थित किराए के मकान में रहता है। करीब सात महीने पहले हिमांशु ने उसकी नाबालिग भतीजी के साथ छेड़छाड़ की थी। इसको लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा भी हुआ था, लेकिन बदनामी के डर से पुलिस में शिकायत नहीं की गई थी। उसी रंजिश को वह दिल में दबाए बैठा था। 17 नवंबर को उसने पुष्पेंद्र को अपने गांव बुलाया। दोनों ने घर पर बैठकर हत्या की पूरी प्लानिंग की।
दम तोड़ने तक करते रहे ईंट से वार

सचिन ने बताया कि योजना के तहत वह हिमांशु को बाइक पर बैठाकर थाना भोजपुर क्षेत्र के गांव दतैड़ी-नाहली के जंगल स्थित गन्ने के खेत में ले गए। वहां उसने हिमांशु से गन्ना चूसने की बात कही। गन्ना लेने के लिए तीनों खेत के अंदर पहुंचा।

जहां मौका पाकर दोनों ने तब तक हिमांशु के सिर और चेहरे पर ईंटों से लगातार वार, जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया। पहचान छिपाने के लिए उसके कपड़े-चप्पल उतारे और कुछ दूरी पर ले जाकर जला दिए। शव को उसी गन्ने के खेत में छिपा दिया। एएसपी ने बताया कि दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

यह भी पढ़ें- हापुड़ में तेंदुआ दिखने से ग्रामीणों में दहशत, फिशिंग कैट बताकर पल्ला झाड़ने से वन विभाग के खिलाफ गुस्सा
Pages: [1]
View full version: जब तक मरा नहीं, तब तक सिर पर मारते रहे ईंट; 7 माह पहले भतीजी से छेड़छाड़ का नाबालिग की हत्या कर लिया बदला