यूपी में अनुदानित मदरसों के लिए नया आदेश जारी, शिक्षकों और बच्चों के बदल जाएंगे ये नियम
/file/upload/2025/11/8277491392827260673.webpजागरण संवाददाता, मीरजापुर। विंध्य क्षेत्र में संचालित हो रहे अनुदानित मदरसों में दिन पर दिन सख्ती बढ़ती जा रही है। इन अनुदानित मदरसों में अब बायोमेट्रिक हाजिरी होगी। पहले चरण में शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति आरंभ की जाएगी। इसके बाद अध्ययनरत बच्चों की भी बायोमेट्रिक उपस्थिति लेने की योजना है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जनपद भर में संचालित पांच अनुदानित मदरसे संचालित हो रहे हें। इसके सफल क्रियान्वयन से अनुदानित मदरसों के संचालन में पारदर्शिता आएगी। साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अधिक से अधिक पत्र छात्र-छात्राएं लाभांवित हाे सकेंगे।
जनपद में अनुदानित अर्थात एडेड मदरसा विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की अब बायोमेट्रिक उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया गया है। पहले चरण में जनपद के पांच एडेड मदरसा विद्यालयों में कड़ाई से लागू किया जा रहा है।
जनपद में मदरसा अरबिया इलियटघाट, मदरसा अरबिया सुहैलिया मिल्लतनगर नटवा, मदरसा अरबिया रजाये मुस्तफा विजयपुर छानबे, मदरसा गौसिया इस्लामियां बेगपुर नरायनपुर और मदरसा इस्लामिया गरौड़ी अदलहाट संचालित हो रहे है। इनमें 64 शिक्षक व 13 कर्मचारियों के साथ कुल 77 कार्मिक व 2200 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रामदत्त प्रजापति ने बताया कि इसका उद्देश्य अनुपस्थिति पर अंकुश लगाना, धोखाधड़ी को रोकना व शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। इसके साथ ही कार्यरत शिक्षकों को भी उपस्थिति के आधार पर ही वेतन भुगतान किया जाएगा।
बायोमेट्रिक हाजिरी बिना वेतन नहीं
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को पत्र भेजा है। इसमें सभी मदरसों में बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू कराना अनिवार्य कर दिया गया है। प्रबंधन के द्वारा जारी उपस्थिति प्रमाण पत्र की जांच के बाद ही वेतन जारी किया जाएगा। हाजिरी में गड़बड़ी मिलने पर संबंधित पर कार्रवाई होगी।
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