मकानों में दरारें आने के भय से फरीदाबाद में रुका 156 करोड़ का प्रोजेक्ट, एक लाख लोगों तक पहुंचना है लाभ
/file/upload/2025/11/8125408533442608171.webpफोटो
- आठ किलोमीटर की सीवर लाइन का काम पूरा करने के लिए डालने है दो मेनहोल
-लोगों के विरोध की वजह से संबंधित एजेंसी ने काम करने से किया इंकार
दीपक पांडेय, फरीदाबाद। नहर पार की 20 से अधिक काॅलोनियों में सीवर लाइन डालने को लेकर अमृत प्रोजेक्ट पार्ट-एक का काम केवल दो मैनहाेल की वजह से रुक गया है। मैनहाेल को तैयार करने में स्थानीय लोगों की ओर से विरोध जताया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उनका कहना है कि 1200 एमएम की सीवर लाइन डालने से उनके घरों में दरार आने का खतरा है। संबंधित एजेंसी की ओर से लोगों को भरोसा दिया गया है कि किसी भी तरह का नुकसान होने पर वह मुआवजा देने को तैयार है। लेकिन लोग फिर भी मानने को तैयार नहीं हैं।
ऐसे में निगम की ओर से उपायुक्त को पत्र लिखकर ड्यूूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने की मांग की है। वहीं, पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर फोर्स मांगी गई है। ताकि 156 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट का काम को समय पर पूरा किया जा सके। इससे करीब एक लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
2019 में शुरू किया गया था अमृत प्रोजेक्ट
2019 में नगर निगम की ओर से अमृत प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था। जिसके तहत पल्ला बसंतपुर रोड से होते हुए तिलपत होते हुए बादशाहपुर एसटीपी तक सीवर लाइन डालने का काम किया जाना था। ताकि गंदा पानी बाहर नहीं डाला जाए। इन काॅलोनियों में सीवर लाइन नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं।
2019 में काम की शुरुआत होने के बाद 2022 में कोरोना की वजह से इस पर ब्रेक लग गया। फिर 2023 के अंत में काम को दोबारा से शुरू किया गया। आठ किलोमीटर की इस सीवर लाइन में अबपांच मीटर का काम बचा हुआ है। जिसमें दो केवल मैनहाेल डाले जाने हैं, लेकिन लोगों के विरोध के कारण काम रुका हुआ है।
खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर की शिकायत पर चीफ इंजीनियर हुए थे चार्जशीट
इसी मामले में खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर की शिकायत पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चीफ इंजीनियर बीके कर्दम को चार्जशीट कर दिया गया था। वहीं, मामले की जांच को लेकर कमेटी भी बनाई गई थी। हालांकि बाद में बीके कर्दम को क्लीन चिट दे दी गई थी।
यह भी पढ़ें- फरीदाबाद में स्मार्ट सड़क एक झटके में धंस गई, 42 करोड़ का घोटाला या घटिया काम?
अमृत प्रोजेक्ट भाग एक को लेकर समाधान का प्रयास किया जा रहा है। ताकि छह साल पहले शुरू की गई यह योजना पूरी हो सके। प्रोजेक्ट पूरा होने ने लाभ भी लोगों को ही मिलेगा।
-
-राजेश नागर, खाद्य आपूर्ति मंत्री, हरियाणा सरकार
दो मैनहाेल की वजह से काम पूरा होने से रुका हुआ है। इसको लेकर आयुक्त को अवगत करा दिया गया है। वहीं, उपायुक्त को भी पत्र लिखा गया है।
-
-नितिन कादियान, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम
Pages:
[1]