Darbhanga News : बीत गया चुनाव... घर की मिट्टी की खुशबू संग लौट रहा है सफर का दर्द, भर गईं ट्रेनें
/uploads/allimg/2025/11/3298734691556129688.webpदरभंगा जंक्शन के प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन में चढ़ते लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा । लोकतंत्र के महापर्व विधानसभा चुनाव की समाप्ति के बाद दरभंगा रेलवे स्टेशन होकर गुजरने वाली सभी ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई है। लंबी दूरी की लगभग सभी ट्रेनों में नो रूम की स्थिति है। वोट डालने के बाद प्रवासी अपने काम पर लौटने लगे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
खासकर दिल्ली, मुंबई, गुजरात, कोलकाता समेत लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में ज्यादा भीड़ है। जिन यात्रियों के पास कंफर्म यात्रा टिकट नहीं हैं वे तत्काल टिकट के लिए जुगाड़ भिड़ा रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग एजेंटों की भी मदद ले रहे हैं। भीड़ को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए आरपीएफ भी अलर्ट है।
बुधवार की सुबह से ही जंक्शन परिसर यात्रियों से खचाखच भरा रहा। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरू, अमृतसर समेत अन्य शहर जाने वाले यात्रियों की भीड़ लगी रही। यात्रियों ने बताया कि वे बीते कुछ दिनों से घर पर रहकर त्योहार मनाने के बाद अब पंजाब, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों में काम पर लौट रहे यात्रियों ने बताया कि वे विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए भी रुके हुए थे और मतदान करने के बाद अब अपने काम पर परदेस लौट रहे हैं।
जंक्शन पर स्थिति यह है कि किसी भी ट्रेन में सीट उपलब्ध नहीं है। अधिकांश ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची काफी लंबी है। खासकर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है। सुबह से ही तत्काल टिकट काउंटर पर यात्रियों की लंबी कतारें लग जाती हैं। स्टेशन पर बुकिंग कर रहे कर्मी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की गई है।
यात्रियों से अपील की गई है कि वे टिकट लेकर ही यात्रा करें और अवैध रूप से ट्रेन में चढ़ने से बचें। यात्रियों का कहना है कि त्योहार और चुनाव दोनों की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद अब फिर से रोजी- रोटी की तलाश में बाहर जाना मजबूरी है।
वहीं जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी की ओर से सुरक्षा बढ़ाई गई है और यात्रा ट्रेन पर उतरने और चढ़ने के दौरान लोगों को सुरक्षित चढ़ाया जा रहा है। दिल्ली लौट रहे संतोष पोद्दार ने बताया कि दिवाली और छठ पर्व के लिए घर आया था। चुनाव को देखते हुए यहीं रुक गया। परिवार के साथ पर्व मनाने के बाद लोकतंत्र के महापर्व में भी हिस्सा लिया। अब कंपनी से बुलावा आ गया है, इसलिए वापस लौट रहा हूं।
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