सोनभद्र खदान हादसे में कोई श्रमिक लापता हो तो प्रशासन को दें जानकारी, गांवों में कराई जाएगी मुनादी
/file/upload/2025/11/6297430759592294681.webpबिल्ली मारकुंडी घाटी में मलबे को हटाया जा रहा है ताकि कोई भी श्रमिक उसमें दबा न हो।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। ओबरा के बिल्ली मारकुंडी में कृष्णा माइनिंग वर्क्स की खदान में हुई दुर्घटना के बाद सात श्रमिकों के शव बरामद हो चुके हैं। कुछ अन्य श्रमिक लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मलबे को लगातार चौथे दिन भी हटाया जा रहा है ताकि कोई भी श्रमिक उसमें दबा न हो। लापता श्रमिकों की तलाश के लिए अब खनन क्षेत्र से सटे आसपास के गांवों में मुनादी भी कराई जाएगी। ग्रामीणों को सूचित किया जाएगा कि यदि पिछले तीन दिन में खदान में काम करने गया कोई भी श्रमिक लापता है तो उसकी जानकारी क्षेत्रीय लेखपाल के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को दी जाए, ताकि उनकी तलाश की जा सके।
सोमवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनपद में आए श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मुनादी के लिए अफसरों को निर्देश दिया है। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि इस दुख की घड़ी में सहयोग करें ताकि जिन परिवारों के साथ दुखद घटना हुई है, उन्हें संबल दिया जा सके।
पनारी के ग्राम प्रधान का कहना है कि प्रशासन के निर्देश के अनुसार मुनादी कराई जाएगी। बता दें कि शनिवार को कंप्रेशर मशीन से ड्रिलिंग के दौरान खदान का एक हिस्सा धसक गया, जिसमें 15 लोगों के दबे होने की आशंका जाहिर की जा रही थी। सोमवार की शाम तक कुल सात शव बरामद हो चुके हैं। इसमें से छह की पहचान हो चुकी है।
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