Chikheang Publish time 2025-11-18 15:38:35

द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद, 21 नवंबर को उखीमठ पहुंचेगी चल विग्रह डोली

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रुद्रप्रयाग में द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।



संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग: द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट मंगलवार प्रातः आठ बजे शीतकाल के लिए मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्दशीए स्वाति नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में विधि.विधान के साथ बंद हो गए। कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी अधिकारी.कर्मचारीए वन विभागए प्रशासनिक प्रतिनिधि तथा साढ़े तीन सौ से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे।
सोमवार से ही पूरे मंदिर परिसर को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था। ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर खुलने के बाद श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पूजा.अर्चना के पश्चात सुबह सात बजे कपाट बंद करने की प्रक्रिया आरंभ हुई। इस दौरान पुजारी ने बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी.कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियालए बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान तथा पंच गौंडारी हक.हकूकधारियों की उपस्थिति में स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप प्रदान किया। स्थानीय पुष्पों और राख से ढकने के बाद प्रातः आठ बजे जयघोषों के बीच कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए। कपाट बंद होने के उपरांत श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली ने भंडार निरीक्षण व मंदिर परिक्रमा के बाद ढोल दमाऊं की ध्वनि के साथ पहले पड़ाव गौंडार के लिए प्रस्थान किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
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