Bihar Elections: महागठबंधन ने 35 सीटें मुश्किल से बचाईं, RJD के 16 MLA 10 हजार से कम वोटों से जीते
/file/upload/2025/11/5865558913358695161.webpतेजस्वी यादव, मुकेश सहनी, राहुल गांधी, राजेश राम और दीपांकर भट्टाचार्य। फाइल फोटो
कुमार रजत, पटना। विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन ने अपनी 35 सीटें भी मुश्किल से बचाई हैं। इन 35 में 22 सीटों पर जीत का अंतर दस हजार मतों से कम रहा है। इनमें राजद की 16, कांग्रेस की तीन, भाकपा-माले की दो और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी की एक सीट शामिल रही। एक हजार से कम मतों के अंतर वाली नौ सीटों में भी आधी से अधिक यानी पांच सीटें राजद-कांग्रेस के विधायकों ने जीती हैं। बाकी चार में तीन पर एनडीए, जबकि एक पर बसपा के विधायक ने जीत दर्ज की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चुनाव परिणामों का विश्लेषण करें तो नजदीकी मुकाबले जीतने में भाकपा माले, कांग्रेस और राजद के विधायक अधिक भाग्यशाली रहे हैं। महागठबंधन के 62 प्रतिशत विधायक दस हजार से कम मतों से जीतकर सदन पहुंचे हैं। वहीं एनडीए के 20 प्रतिशत विधायकों ने दस हजार से कम मतों से जीत दर्ज की है।
महागठबंधन के घटक दल भाकपा-माले की दोनों ही जीत नजदीकी मुकाबले वाली रहीं। काराकाट में अरुण सिंह ने 2836, जबकि पालीगंज में संदीप सौरव ने 6655 मतों से जीत दर्ज की। कांग्रेस की छह में तीन सीटें चनपटिया में अभिषेक रंजन ने 602, फारबिसगंज में मनोज बिश्वास ने 221 और वाल्मीकिनगर में सुरेन्द्र प्रसाद ने 1675 मतों के अंतर से जीत दर्ज की है।
कांग्रेस की बाकी जीती तीन सीटों पर भी जीत का अंतर 16 हजार के अंदर ही रहा। महागठबंधन में शामिल नए दल आईआईपी के प्रमुख आईपी गुप्ता भी सहरसा से महज 2038 मतों से चुनाव जीते हैं।
राजद के 16 विधायक दस हजार से कम मतों से जीते:
राजद की 25 में 16 सीटों पर जीत का अंतर दस हजार से कम रहा। तीन सीटें ढाका से फैसल रहमान (178), जहानाबाद से राहुल कुमार (793) और बोधगया से कुमार सर्वजीत (881) की जीत का अंतर एक हजार से भी कम रहा।
इसके अलावा बिस्फी से आसिफ अहमद (8107), रानीगंज से अविनाश मंगलम (8530), मधेपुरा से चंद्रशेखर (7809), महिषी से गौतम कृष्णा (3740), रघुनाथपुर से ओसाबा शहाब (9248), मोरवा से रणविजय साहू (8671), मटिहानी से बोगो सिंह (5290), फतुहा से रामानंद यादव (7992), ब्रह्मपुर से शंभूनाथ यादव (3220), मखदुमपुर से सूबेदार दास (1830), गोह से अमरेन्द्र कुमार (4041), टिकारी से अजय कुमार (2058) और वारसलीगंज से अनिता (7543) को भी करीबी मुकाबलों में जीत मिली।
एनडीए के 202 में 41 विधायक नजदीकी मुकाबले में जीते:
एनडीए की कुल 202 में 41 सीटें ऐसी रहीं जहां दस हजार से कम अंतर से विधायक जीते हैं। इसमें जदयू और भाजपा के 17-17, लोजपा रामविलास के पांच और हम एवं रालोमो के एक-एक विधायक शामिल हैं।
भाजपा की ओर से बगहा से राम सिंह, हरसिद्धी से कृष्णनंदन पासवान, मधुबनी से राणा रणधीर, सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू, प्राणपुर से निशा सिंह, गौड़ाबोराम से सुजीत कुमार, केवटी से मुरारी मोहन झा, कुढ़नी से केदार प्रसाद गुप्ता, सिवान से मंगल पांडेय, तरैया से जनक सिंह, छपरा से छोटी कुमारी, अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू, सोनपुर से विजय कुमार सिंह, पीरपैंती से मुरारी पासवान, बिक्रम से सिद्धार्थ सौरभ, अगियांव से महेश पासवान, औरंगाबाद से त्रिविक्रम नारायण सिंह शामिल हैं।
वहीं जदयू की ओर से नरकटिया से विशाल कुमार, त्रिवेणीगंज से सोनम रानी, ठाकुरगंज से गोपाल अग्रवाल, सिंघेश्वर से रमेश ऋषी, जीरादेई से भीष्म प्रताप सिंह, मांझी से रणधीर सिंह, हसनपुर से राजकुमार राय, चेरिया बरियारपुर से अभिषेक आनंद, मसौढ़ी से अरुण मांझी, संदेश से राधा चरण साह, डुमरांव से राहुल कुमार सिंह, राजपुर से संतोष निराला, चैनपुर से जमा खान, कुर्था से पप्पू कुमार वर्मा, नबीनगर से चेतन आनंद, बेलागंज से मनोरमा देवी, और झाझा से दामोदर राउत शामिल हैं।
लोजपा (रा) के लिए बलरामपुर से संगीता देवी, सिमरी बख्तियारपुर से संजय कुमार सिंह, दरौली से विष्णुदेव पासवन, बख्तियारपुर से अरुण कुमार और रजौली से विमल राजवंशी ने दस हजार से कम मतों से जीत दर्ज की। वहीं हम की ओर से बाराचट्टी से ज्योति देवी, जबकि रालोमो में बाजपट्टी से रामेश्वर महतो ने दस हजार से कम मतों से जीत दर्ज की।
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