आतंकी कनेक्शन में शामिल कार्डियोलाजी कानपुर का डाक्टर आरिफ की होगी बर्खास्ती, डीजीएमई को लिखा गया पत्र
/file/upload/2025/11/7451292731902736216.webpजागरण संवाददाता, कानपुर। दिल्ली में हुए ब्लास्ट में आतंकी कनेक्शन में डाक्टर आरिफ का नाम आने पर कार्डियोलाजी कानपुर ने बर्खास्त करने का फैसला लिया है। कार्डियोलाजी ने इसके लिए डीजीएमई को पत्र भी लिख दिया है। साथ ही उसकी सैलरी भी रोकने को कहा गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आतंकी उमर के साथी डॉक्टर आरिफ की गिरफ्तारी के बाद कार्डियोलॉजी कानपुर ने सख्त कदम उठाया है। उसकी सैलरी पर रोक लगा दी है। साथ ही कार्डियोलॉजी के डॉयरेक्टर डॉ. राकेश वर्मा ने उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय (DGME) को पत्र लिखा है। उसमें आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी देते हुए बर्खास्तगी की कार्रवाई के लिए कहा।
दिल्ली में हुए धमाके के षड्यंत्र में शामिल डा. शाहीन और डा. मोहम्मद आरिफ मीर की ‘व्हाइट कालर टेरर’ में भूमिका व गतिविधियों की जांच एनआइए-एटीएस ने और तेज कर दी है। आरिफ लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलाजी) से डाक्टरेट आफ मेडिसिन (डीएम) की पढ़ाई कर रहा था। डा. शाहीन और आरिफ का आतंकी कनेक्शन मिलने के बाद आशंका जताई जा रही है कि इस नेटवर्क में देश भर में लगभग 100 डाक्टर सीधे जुड़े हैं। कार्डियोलाजी में भी जम्मू-कश्मीर मूल के छह सीनियर रेजिडेंट के बारे में भी एजेंसियां छानबीन कर रही हैं।
बता दें कि 12 नवंबर को एटीएस ने हृदय रोड संस्थान (कार्डियोलाजी) से डीएम (डाक्टरेट आफ मेडिसन) की पढ़ाई कर रहे डाक्टर मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लिया था। वह जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरिफ लंबे समय से शाहीन के संपर्क में था।
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